केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिल्ली विधानसभा सचिव और दानिक्स (DANICS) कैडर के अधिकारी राजकुमार को सस्पेंड कर दिया है। उनके खिलाफ यह कार्रवाई रानी झांसी फ्लाईओवर निर्माण के दौरान जमीन के अधिग्रहण में अनियमितता की जांच के लिए गठित कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर की गई है। निलंबन के बाद राजकुमार का कहना है कि यह बहुत पुराना मामला है। इस मामले में मुझे जांच कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने का मौका तक नहीं दिया दिया।

क्या है पूरा मामला?

राजकुमार के खिलाफ रानी झांसी फ्लाईओवर से संबंधित अनियमितताओं को शिकायत मिलने के बाद जांच कमेटी की रिपोर्ट पर लेकर कार्रवाई की गई है। जिस समय यह गड़बड़ियां सामने आई राजकुमार दिल्ली सरकार में अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट (भूमि अधिग्रहण कलेक्टर) थे। उनके कार्यकाल के दौरान गड़बड़ी का मामला सामने आया था। इस फ्लाईओवर में दो दशक देरी होती रही। इसके बाद 2018 में इसे आम जनता के लिए खोला गया। 1.8 किमी का ग्रेड सेपरेटर फिल्मिस्तान सिनेमा हॉल को उत्तरी दिल्ली के सेंट स्टीफंस अस्पताल से जोड़ता है।

724 करोड़ में हुआ था निर्माण

इस फ्लाईओवर का निर्माण 724 करोड़ रुपये की लागत से किया गया है। इसका निर्माण उत्तरी दिल्ली नगर निगम द्वारा किया गया है। यह पहले एमसीडी का हिस्सा था। इस फ्लाई ओवर के निर्माण में लगातार भूमि अधिग्रहण को लेकर भ्रष्टाचार की शिकायत मिलती रही। इसके बाद मामले की जांच सतर्कता आयोग के द्वारा की गई। इस मामले में अतिरिक्त भुगतान की वसूली के आदेश दिए गए।