वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister N Sitharaman) के पति पी प्रभाकर द्वारा बीजेपी सरकार की आर्थिक नीतियों पर असहमति जताने से शुरू हुई बहस पर अमित शाह (Home Minister) ने बड़ा बयान दिया। इंडिया टुडे से बातचीत में शाह ने इस मुद्दे पर हो रही ट्रोलिंग को करारा जवाब दिया। उन्होंने सवाल किया कि क्या आप ऐसा भारत चाहते हैं जहां पति-पत्नी एक-दूसरे से असहमत भी नहीं हो सकते।
शाह ने यूं दिया जवाबः अमित शाह ने कहा, ‘मैंने भारतीय राजनीति में इस तरह की चीजें कभी नहीं देखी। क्या आप ऐसा भारत चाहते हैं जहां पति-पत्नी एक-दूसरे से असहमति नहीं जता सकते? और ये बातें कर भी वो रहे हैं जो खुद को उदारवादी बताते हैं। विपक्ष हर चीज की आलोचना करने के लिए मजबूर है। मुझे नहीं लगता कि यह स्वस्थ राजनीति है, सभी को अपने विचार रखने का अधिकार मिलना चाहिए।’
आर्थिक सुस्ती पर यह बोले शाहः आर्थिक सुस्ती के संबंध में उन्होंने कहा कि परिस्थितियों की समीक्षा वैश्विक हालातों के मद्देनजर की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि आप ऐसा करेंगे तो पाएंगे कि भारत की स्थिति अच्छी है। द हिंदू में सीतारमण के पति का एक आर्टिकल प्रकाशित हुआ था, वो खुद भी अच्छे अर्थशास्त्री माने जाते हैं। अपने आर्टिकल में उन्होंने लिखा है, ‘बीजेपी को नरसिम्हा राव और मनमोहन सिंह का इकोनॉमिक मॉडल अपनाना चाहिए।’
वित्त मंत्री के पति की रायः उन्होंने सरकार पर हालातों से मुंह मोड़ने का आरोप लगाते हुए कहा कि धीरे-धीरे हर सेक्टर की हालत खराब होती जा रही है। विपक्ष ने उनके आर्टिकल को आधार बनाते हुए निर्मला सीतारमण और बीजेपी को निशाने पर लिया। विपक्ष ने सवाल किया कि जब वित्त मंत्री अपनी नीतियों से अपने पति को भी भरोसा नहीं दिला पा रहीं तो वोटर्स को क्या दिलाएंगी?