मध्य प्रदेश में मंगलवार को 3 बजे मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण कार्यक्रम होगा। लेकिन मंत्रियों के नाम सार्वजनिक होने से पहले ही नाराजगी का दौर शुरू हो गया है। आदिवासी संगठन जयस का अध्यक्ष पद छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हीरालाल अलावा ने सोमवार को मुख्यमंत्री कमल नाथ पर वादाखिलाफी का आरोप लगाया है। अलावा ने खुद को मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने की मांग करते हुए बड़ी बात कही।
राजस्थान फॉर्मूले के बाद आया अलावा का बयान
अलावा ने कहा, ‘चुनाव से पहले कमल नाथ ने मुझसे सरकार बनने पर मंत्रिमंडल में शामिल किए जाने का वादा किया था। अब वादाखिलाफी हो रही है। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनाने में आदिवासियों ने कितना योगदान दिया है।’ सोमवार को खबर आई थी कि राजस्थान की तरह ही मध्य प्रदेश में भी पहली बार विधायक बनने वालों को मंत्रिमंडल में नहीं रखा जाएगा। इसी के बाद अलावा का यह बयान सामने आया। अलावा ने यह भी कहा कि यदि उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किया गया तो वे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से बात करेंगे।
भाजपा की कद्दावर नेता को हराया था
अलावा पहले आदिवासी संगठन जयस के प्रमुख थे और उन्होंने विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की भी बात कही थी। बाद में उन्होंने कांग्रेस के टिकट पर मनावर से चुनाव लड़ा और शिवराज सरकार में मंत्री रही भाजपा की कद्दावर नेता रंजना बघेल को हराया था। उल्लेखनीय है कि दिल्ली में चार दिनों तक चले मंथन के बाद कमल नाथ सोमवार की रात को ही भोपाल लौटे हैं। मंत्रिमंडल पर अंतिम मुहर से पहले उन्होंने राहुल गांधी, ज्योतिरादित्य सिंधिया, एके एंटनी, भंवर जितेंद्र सिंह समेत कई कद्दावर नेताओं चर्चा की।
