हिंदू सेना के प्रमुख विष्णु गुप्ता को दिल्ली पुलिस ने यहां इस संगठन के सदस्यों द्वारा पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर में तोड़फोड़ करने के सिलसिले में गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच विदेश मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर के आसपास सुरक्षा बढ़ाए। पाकिस्तान की ओर से यह मुद्दा उठाए जाने के एक दिन बाद मंत्रालय ने पुलिस को यह निर्देश दिया है।
दिल्ली पुलिस के अनुसार गुप्ता को भादसं की धाराओं 120 बी, 147, 149, 427 के तहत गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उपायुक्त (नई दिल्ली) जतीन नरवाल ने कहा, पुलिस उन अन्य हिंदू सेना सदस्यों को अब भी ढूंढ़ रही है जो इस तोड़फोड़ में शामिल थे। छोटे-मोटे दक्षिणपंथी संगठन हिंदू सेना के चार सदस्यों ने गुरुवार को यहां करीब सवा तीन बजे बाराखंभा रोड पर नारायण मंजिल के पांचवें तल पर पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस के दफ्तर में तोड़फोड़ की थी। पुलिस ने बाद में इस संगठन के एक सदस्य को गिरफ्तार किया था। बाकी तीन भाग गए थे। गिरफ्तार व्यक्ति की पहचान ललित सिंह के रूप में हुई।
इन हिंदू सेना सदस्यों ने वहां पर्चे भी छोड़े थे जिन पर लिखा था, जब तक पाकिस्तान भारत को नुकसान पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई नहीं करता और दाऊद इब्राहीम, हाफिज सईद जैसे लोगों को भारत को नहीं सौंपता, तब तक उससे बातचीत नहीं होनी चाहिए। इस घटना की जिम्मेदारी लेते हुए विष्णु गुप्ता ने पाकिस्तान पर अपना गुस्सा निकाला और कहा कि वह पठानकोट वायुसेना स्टेशन और अफगानिस्तान के मजारे-शरीफ में वाणिज्य दूतावास पर हाल में हुए हमलों के लिए जिम्मेदार है। गुप्ता को पिछले अक्तूबर में भी गिरफ्तार किया गया था। उसने शिकायत की थी कि केरल हाऊस कैंटीन में गोमांस परोसा जा रहा है। लेकिन यह शिकायत झूठ साबित हुई।
इस बीच विदेश मंत्रालय ने दिल्ली पुलिस से कहा है कि वह पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस (पीआइए) के दफ्तर के आसपास सुरक्षा बढ़ाए। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया, विदेश मंत्रालय ने पुलिस को निर्देश दिया है कि पीआइए के दफ्तर के आसपास सुरक्षा कड़ी की जाए । उधर इस्लामाबाद में एक बयान जारी कर पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने कहा, चरमपंथियों के एक संगठन ने नई दिल्ली स्थित पीआइए के दफ्तर में तोड़फोड़ की है। उन्होंने संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पीआइए के कर्मचारियों को परेशान करने के साथ-साथ धमकी भी दी। बयान के मुताबिक, पाकिस्तान उच्चायोग ने विदेश मंत्रालय के सामने तुरंत इस मुद्दे को उठाया और उनसे कहा कि पीआइए के नई दिल्ली और मुंबई स्थित दफ्तरों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराई जाए और उपद्रवियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। बयान में यह भी कहा गया कि भारत सरकार ने भरोसा दिलाया कि इन दफ्तरों की सुरक्षा के लिए हरसंभव कदम उठाए जाएंगे।