खुद को अखिल भारतीय हिंदू महासभा का अध्यक्ष बताने वाले एक व्यक्ति को धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला बयान देने के आरोप में लखनऊ में गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को यहां बताया कि खुद को अखिल भारतीय हिंदू महासभा का अध्यक्ष बताने वाले कमलेश तिवारी को अल्पसंख्यकों के एक वर्ग की भावनाएं भड़काने के आरोप में बीती रात नाका थाना क्षेत्र के खुर्शीदबाग स्थित उसके घर से गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि तिवारी ने काबीना मंत्री आजम खां द्वारा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नेताओं के बारे में की गई टिप्पणी का विरोध करते हुए निहायत आपत्तिजनक बयान दिया था। इसके विरोध में दारूल उलूम देवबंद और वहां के कुछ अन्य मदरसों के छात्रों ने प्रदर्शन करते हुए तिवारी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की थी। छात्रों ने यहां रास्ता जाम किया था और तिवारी की गिरफ्तारी की मांग की थी।
इस बीच दारूल उलूम देवबंद ने तिवारी के बयान की कड़े शब्दों में निंदा की है। दारूल उलूम के मोहतमिम मौलाना अबुल कासिम नौमानी बनारसी ने कहा कि अखिल भारतीय हिंदू महासभा के कार्यकारी प्रदेशाध्यक्ष कमलेश तिवारी का पैंगबर हजरत मोहम्मद साहब की शान में गुस्ताखी करने वाला बयान देश का माहौल खराब करने वाला है। मीडिया को जारी एक बयान में नोमानी ने कहा कि दारूल उलूम का राजनीति से कोई ताल्लुक नहीं है, लेकिन अगर कोई सियासी या गैर सियासी पार्टी पैगंबर साहब की शान में गुस्ताखी करती है तो उसे किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।