हिंदी दिवस के दिन जस्टिस मार्कंडेय काटजू के ट्वीट के बाद मशहूर कवि कुमार विश्वास ने उनपर तंज कसा। उन्होंने ट्विटर पर काटजू को जवाब देते हुए कहा- हे चिर मुख अतिसार व्याधि पीड़ित। बता दें कि काटजू ने एक लेख लिखा था, जिसमें उन्होंने हिंदी को आम आदमी की भाषा मानने से इनकार करते हुए कहा था कि हिंदी को अंग्रेजों ने हम भारतीयों को बांटने के लिए बनाया था। इसके बाद कुमार विश्वास ने उन पर पलटवार करते हुए ट्विटर पर हमला बोला।
क्या बोले कुमार विश्वास: जस्टिस काटजू ने हिंदी को बंटवारे की भाषा बताते हुए कुमार विश्वास को एक खबर टैग की थी। इसके जवाब में कुमार ने लिखा- “हे चिर मुख अतिसार व्याधि पीड़ित ! अपनी अज्ञानोत्पादित अंखड अहमन्यताओं के इस अविरल मलप्रवाह में मेरे ट्वीटर को अकारण टैग करने की इस नव्य निकृष्टता हेतु मैं श्राद्ध के प्रथम दिन आपके इस जन्म में असफल पदार्पण का विधानपूर्वक तर्पण करता हूं स्वीकार करें।” बता दें कि इसके बाद हिंदी को लेकर जस्टिस काटजू और कुमार विश्वास में ‘ट्विटर वॉर’ शुरू हो गया। हालांकि काटजू ने इसके जवाब में कई ट्वीट किए लेकिन अभी तक विश्वास का दूसरा जवाब नहीं आया है।
हे चिर मुख अतिसार व्याधि पीड़ित ! अपनी अज्ञानोत्पादित अंखड अहमन्यताओं के इस अविरल मलप्रवाह में मेरे ट्वीटर को अकारण टैग करने की इस नव्य निकृष्टता हेतु मैं श्राद्ध के प्रथम दिन आपके इस जन्म में असफल पदार्पण का विधानपूर्वक तर्पण करता हूँ स्वीकार करें https://t.co/aenO1pro1M
— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) September 14, 2019
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क्या था काटजू का लेख: जस्टिस काटजू ने अपने लेख में लिखा था कि है, हिंदी आम आदमी की भाषा नहीं है क्योंकि यह एक काल्पनिक तौर पर बनाई गई भाषा है। उन्होंने लिखा कि कथित हिंदी बेल्ट में भी आम आदमी इस भाषा का इस्तेमाल नहीं करता है।
कुमार का अभी तक आया जवाब: जस्टिस काटजू ने कुमार के जवाब के बाद एक के बाद एक कई ट्ववीट किया लेकिन अभी तक कुमार विश्वास का कोई जवाब नहीं आया है। काटजू ने अपने ट्वीट में लिखा- अरे, कहां अंतर्ध्यान हो गए भगवान? आपके मुखारबिंदु से कुछ ज्ञान लाभ तो प्राप्त हो जाए। आप मेरे संकट मोचन हैं, बावजूद इसके की आपकी कोई दम नहीं है।