ABP-CVoter Survey: ह‍िमाचल प्रदेश में 12 नवंबर को व‍िधानसभा चुनाव के लिए एक चरण में मतदान होने वाले हैं और 8 द‍िसंबर को इसके नतीजे घोषित होंगे। चुनावों की तारीख का ऐलान होने के साथ ही राजनीतिक दलों का प्रचार अभियान रफ्तार पकड़ने लगा है और तमाम दल रैलियों और जनसभाओं के जरिए अपने-अपने पक्ष में समर्थन जुटाने की कोशिश में जुट गए हैं। बीजेपी के लिए पीएम मोदी चुनावों में स्टार प्रचारक की भूमिका में रहे हैं। इससे जुड़ा एबीपी और सी-वोटर का एक सर्वे सामने आया है, जिसके मुताबिक, पीएम मोदी हिमाचल चुनाव में बड़ा फैक्टर साबित हो सकते हैं। हालांकि, 44 फीसदी लोग ऐसा नहीं मानते हैं।

क्या चुनावों में मोदी बड़ा फैक्टर होंगे?

हिमाचल प्रदेश के चुनाव में क्या पीएम मोदी बड़ा फैक्टर होंगे? इस सवाल के जवाब में 56 फीसदी लोगों का कहना है कि वे इन चुनावों में बड़ा फैक्टर साबित होंगे जबकि 44 फीसदी लोगों को लगता है कि वे बड़ा फैक्टर नहीं होंगे। हिमाचल प्रदेश के चुनाव में भ्रष्टाचार एक महत्वपूर्ण मुद्दा है? एबीपी-सीवोटर के सर्वे में 63 फीसदी लोगों को लगता है कि भ्रष्टाचार इन चुनावों में महत्वपूर्ण मुद्दा होगा। वहीं, 37 फीसदी लोगों को लगता है कि भ्रष्टाचार महत्वपूर्ण मुद्दा नहीं होगा।

हिमाचल प्रदेश में कुल 68 सीटें हैं। बहुमत हासिल करने एक पार्टी को 35 सीटों की जरूरत है। पिछली बार ह‍िमाचल प्रदेश के चुनाव में बीजेपी को 68 में से 44 सीटें मिली थीं और उसने बंपर जीत हासिल की थी। हालांकि, अबकी चुनाव में कांग्रेस के अलावा आम आदमी पार्टी भी ताल ठोक रही है।

सर्वे के मुताबिक, बदल सकता है हिमाचल प्रदेश में ट्रेंड

पिछले दिनों, एबीपी-सीवोटर ने एक सर्वे किया था जिसके मुताबिक, इस बार के चुनावों में ह‍िमाचल प्रदेश में करीब 37 सालों का ट्रेंड बदल सकता है और बीजेपी की सत्‍ता में दोबारा वापसी हो सकती है। ओपिनियन पोल के मुताबिक, भाजपा के खाते में 38 से 46 सीटें जा सकती हैं। जबकि, कांग्रेस के खाते में 20 से 28 सीटें जा सकती हैं।