Himachal Pradesh: हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) के शिमला (Shimla) जिले के कोटगढ़ क्षेत्र में दम घुटने से दो मजदूरों की मौत हो गई। ठंड से बचने के लिए उन्होंने अपने कमरे में कोयला जला रखा था। वहीं सात मजदूरों का स्थानीय अस्पताल में इलाज चल रहा है।

दरअसल, शिमला (Shimla) के कुमारसैन में 18 नवंबर को नौ मजदूर बंद कमरे में अंगीठी जलाकर सो गए थे। इस दौरान दम घुटने से दो मजदूरों की मौत हो गई. जबकि अन्य सात मजदूरों बेहोश हो गए, जिनको तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दम घुटने से मरने वाले दो मजदूरों के नाम रमेश और सुनील हैं।जबकि जिन सात मजदूरों को सीएचसी कोटगढ़ में भर्ती कराया गया है। उनके नाम राजेन्द्र चौहान, अनिल, कुलदीप, राहुल , विनोद, यशपाल और कुलदीप है।

पुलिस के मुताबिक, सभी मजदूर कोटगढ़ की जरोल पंचायत के जब्बलपुर गांव में कुलदीप मेहता के मकान निर्माण का कार्य कर रहे थे। ठंड के कारण मजदूरों ने कमरे में लोहे की बाल्टी में आग जला रखी थी। इसके बाद मजदूर कमरे का दरवाजा बंद कर सो गए। 19 नवंबर को जब मुंशी विष्णु बगीचे में गया तो उसने इन मजदूरों के कमरे का दरवाजा खटखटाया। बड़ी मुश्किल से विनोद व यशपाल ने कमरे का दरवाजा खोला।

इसके बाद बेहोशी हालत में सभी मजदूरों को इलाज के लिए सीएचसी कोटगढ़ लाया गया, जहां डॉक्टरों ने रमेश और सुनील को मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और अन्य मजदूर अनिल, कुलदीप, राजेन्द्र चौहान, राहुल, विनोद, यशपाल और कुलदीप को कोटगढ़ सीएचसी में एडमिट कराया।

हिमाचल में बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ी

बता दें, हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण ठंड बढ़ गई है। सूबे में शनिवार को बारालाचा और शिंकुला सहित अन्य ऊंचाई वाले क्षेत्रों में हिमपात हुआ है, जबकि अधिकतर स्थानों पर बादल छाए रहे। दो जगह तापमान शून्‍य से नीचे पहुंच गया है। केलंग में न्यूनतम तापमान जमाव बिंदु से नीचे -4.2 डिग्री तक चला गया है। शिमला का न्यूनतम तापमान 6.8, जबकि सुंदरनगर में 4.6 और सोलन में 5.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

वहीं मनाली-लेह मार्ग अब अगले साल मार्च में बहाल होगा। अब यात्री शिंकुला पदुम करगिल होते हुए लेह जा सकेंगे। वहीं शिंकुला दर्रा खोलने का कार्य चल रहा है। BRO 15 नवंबर के बाद मार्ग बंद कर देता है, लेकिन इस बार 19 नवंबर को मार्ग बंद करने की घोषणा की गई।