हिमाचल प्रदेश में राजनीतिक पारा अभी भी बढ़ा हुआ है। अब तीन निर्दलीय विधायकों ने अपना इस्तीफा दे दिया है। दावा किया जा रहा है कि यह जल्द ही बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। अब इस मामले में जानकारी आई है कि विधानसभा स्पीकर ने इनके इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं। इसके पीछे नियमों का हवाला दिया जा रहा है। विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया का कहना है कि हम इस्तीफे के लिए नियमों और संवैधानिक प्रावधानों की जांच कर रहे हैं, हमने अभी तक इस्तीफे स्वीकार नहीं किए हैं।

जिन विधायकों ने इस्तीफा दिया है उनमें होशियार सिंह, केएल ठाकुर और आशीष शर्मा शामिल हैं। इन विधायकों ने 27 फरवरी के चुनाव में भाजपा के राज्यसभा उम्मीदवार को वोट दिए थे। विधायकों का कहना है कि वह बीजेपी में शामिल होने जा रहे हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा भाजपा अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा का समर्थन करेंगे। बता दें कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू की ओर से उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।

विधायकों ने लगाया आरोप

इस्तीफा देने वाले निर्दलीय विधायकों ने आरोप लगाया है कि उन्हें भाजपा उम्मीदवार हर्ष महाजन को वोट देने के अपने फैसले पर कोई पछतावा नहीं है लेकिन राज्यसभा चुनाव के लिए मतदान करने के बाद उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है। निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा ने आगे कहा कि वह भाजपा के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ेंगे और जनता उनका समर्थन करेगी। वहीं होशियार सिंह ने कहा कि उन्होंने अपना इस्तीफा इसलिए दिया क्योंकि चुनाव लड़ने के बाद वे इसे लोगों तक नहीं पहुंचा सके। केएल ठाकुर ने कहा कि सुक्खू सरकार द्वारा उन्हें लगातार प्रताड़ित किया जा रहा है और उन्हें अपना पारिवारिक व्यवसाय चलाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।

(इनपुट एजेंसी)