Himachal Heavy Rain: हिमाचल प्रदेश में पिछले साल की तरह एक बार फिर भारी बारिश की वजह से तबाही का मंजर देखने को मिल रहा है। आलम यह है कि कई लोगों की जान जा चुकी है, सैकड़ों मिसिंग हैं और राज्यों को करोड़ों का नुकसान हुआ है। हिमाचल में बारिश आना आम बात है, लेकिन पिछले कुछ सालों में बारिश आफत बनकर आई है, बादल फटना, लैंडस्लाइड का होना कुछ ऐसी प्राकृतिक आपदाएं जिन्होंने राज्य की चुनौतियां कई गुना बढ़ा दी हैं।
हिमाचल में हालात खराब
अब इस बीच सरकार ने जानकारी दी है कि हिमाचल में इस समय 260 के करीब सड़कें बंद चल रही हैं, कहीं रास्ता पूरी तरह कट चुका है तो कहीं पहाड़ों का मलब इतना ज्यादा है कि ट्रैफिक की आवाजाही नहीं हो सकती। मौसम विभाग ने इस समय कांगरा, सिरमौर और मंडी के कई जिलों के लिए रेड अलर्ट इशू कर रखा है, भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
मौसम विभाग ने क्या बताया?
वहीं ऊना, बिलासपुर, हमीरपुर चंबा, सोलन, शिमला और कुल्लू जैसे जिलों में भी भारी बारिश की आशंका है, यहां ऑरेंज अलर्ट रखा गया है। अब समझने वाली बात यह है कि अगर एक दिन में 115.6 एमएम से लेकर 204.4 एमएम के बीच बारिश हो जाती है, तब इसे भारी बारिश कहा जाता है, वहीं अगर आंकड़ा 204.4 एमएम तक चला जाए तो उस स्थिति में इसे बहुत भारी बारिश कहा जाएगा।
पिछले साल मची थी तबाही
अब जिस तरह की तबाही इस बार हिमाचल में देखने को मिल रही है, लोगों के मन में पिछले साल की खौफनाक यादें ताजा हो चुकी हैं। पिछले साल अकेले में हिमाचल में भारी बारिश की वजह से 550 लोगों की मौत हुई है, कई मिसिंग भी रहे थे। अभी के लिए मौसम विभाग ने फिर लैंडस्लाइड, फ्लैश फ्लड, जलभराव की संभावना जता दी है, लोगों से भी पानी वाली जगहों से दूर रहने के लिए कहा गया है।
सीएम का बड़ा ऐलान
वैसे अब क्योंकि इतना ज्यादा नुकसान हो चुका है, ऐसे में राज्य सरकार को भी सहायता का ऐलान करना पड़ा है। सीएम सुक्खू ने बताया है कि इस बारिश की वजह से हिमाचल में जिन भी परिवारों के घरों को नुकसान हुआ है, उन्हें बतौर रेंट महीने के 5000 रुपये दिए जाएंगे।
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