Himachal Pradesh Assembly Election: हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए शनिवार (12 नवंबर, 2022) को मतदान होना है। इस बार बीजेपी (BJP) को टक्कर देने के लिए कांग्रेस (Congress) के अलावा, आम आदमी पार्टी (Aam Admi Party, AAP) भी मैदान में है। तीनों दलों ने सभी विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं, जिनमें कांग्रेस के 90 प्रतिशत उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि 82 फीसद बीजेपी के उम्मीदवार करोड़पति हैं। इसके अलावा, आम आदमी पार्टी ने कुल 68 विधानसभा क्षेत्रों में से 67 पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, जिनमें से 35 या 52 फीसद करोड़पति उम्मीदवार हैं।

वहीं, बहुजन समाज पार्टी भी 53 सीटों पर चुनाव लड़ रही है और उसके 25 प्रतिशत यानी 13 उम्मीदवार करोड़पति हैं जबकि सीपीआई (एम) के 36 प्रतिशत (यानी 4) उम्मीदवार अमीरों की सूची में हैं। 45 निर्दलीय उम्मीदवार भी करोड़पति हैं।

कुल 226 करोड़पति उम्मीदवार लड़ रहे चुनाव

कांग्रेस की तरफ से हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव में उतारे हए 61 उम्मीदवार करोड़पति हैं, जबकि बीजेपी के 56 उम्मीदवार करोड़पतियों की लिस्ट में हैं। कुल मिलाकर, 2022 का चुनाव लड़ने वाले 412 उम्मीदवारों में से 55 प्रतिशत यानी की 226 उम्मीदवार हिमाचल प्रदेश में करोड़पति हैं।

शीर्ष पर बीजेपी उम्मीदवार का नाम

करोड़पति उम्मीदवारों की इस लिस्ट में बीजेपी उम्मीदवार बलवीर सिंह वर्मा शीर्ष पर हैं, जो 128 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के मालिक हैं। वह शिमला के चौपाल निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। दूसरे नंबर पर विक्रमादित्य सिंह हैं, जो शिमला ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ रहे हैं। वह पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। उनकी कुल 101 करोड़ रुपए की संपत्ति है।

दिवंगत कांग्रेस नेता जीएस बाली के बेटे और कांगड़ जिले की नगरोटा सीट से चुनाव लड़ रहे आरएस बाली 96.36 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति के साथ सूची में तीसरे स्थान पर हैं। इसके अलावा, चुनाव लड़ने वाले 66 करोड़पति उम्मीदवार आपराधिक आरोपों का सामना कर रहे हैं और ठियोग सीट से माकपा के राकेश सिंघा पर सबसे ज्यादा 30 आपराधिक मामले दर्ज हैं।

शिमला जिले की कसुमापति सीट से माकपा के कुलदीप सिंह तंवर पर 20 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि विक्रमादित्य सिंह पर 11 आपराधिक मामले चल रहे हैं। एडीआर की ओर से जारी एक अन्य रिपोर्ट से पता चला कि 58 दोबारा चुनाव लड़ने वाले विधायकों में से 49 विधायकों की संपत्ति पांच फीसद से बढ़कर 1,167 फीसदी हो गई है और नौ विधायकों की संपत्ति में कमी आई है।

2017 में निर्दलीय सहित विभिन्न दलों की तरफ से चुनाव लड़ने वाले इन 58 विधायकों की औसत संपत्ति 9.30 करोड़ थी जो 2022 में बढ़कर 12.08 करोड़ हो गई। बता दें कि राज्य में 55 लाख से अधिक मतदाता शनिवार को 68 निर्वाचन क्षेत्रों में मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, विक्रमादित्य सिंह और पूर्व भाजपा अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती सहित 412 उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला करेंगे।