चुनाव से पहले आरोप प्रत्यारोप की राजनीति करने के साथ-साथ नेता अपनी भाषा की मर्यादा भी भूलते जा रहे हैं। ताजा उदाहरण अंबाला से बीजेपी सांसद रतनलाल कटारिया का है जिन्होंने राहुल गांधी को निशाने पर लेने में अपनी भाषा की मर्यादा ही भूल गए। राफेल डील को लेकर राहुल गांधी के ट्वीट पर जवाब देते हुए कटारिया ने अभद्र टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि इसका बाप तो मर गया बोफोर्स कांड में, उसका दाग मिटा भी नहीं, लागा चुनरी में दाग मिटाऊं कैसे? और ये हमे कह रहे हैं।रतन लाल कटारिया का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और लोग उनकी आलोचना कर रहे हैं।

एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान कटारिया का यह बयान आया। इस दौरान उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर भी चुटकी लेते हुए उन्होंने कहा कि न नौ मन तेल होगा और न राधा नाचेगी। जो लोग पिछले चुनावों में भाजपा पर हंस रहे थे , मजाक बना रहे थे, वही लोग बीजेपी में शामिल होने चाहते हैं।


सूत्रों की मानें को पार्टी में कटारिया के नाम पर मतभेद है। पार्टी में उनके प्रति विरोध है और कई आला नेता भी उनके साथ नहीं है ऐसे में टिकट को लेकर उनका पलड़ा हल्का नजर आ रहा है। खबर है उनके विरोध के चलते ही पार्टी किसी अन्य को चुनाव में उतारने का मन बना रही है। पार्टी भी रतन लाल को बीमार मानकर टिकट देने के मूड में नहीं है और साथ ही  रतन लाल कटारिया को लेक पार्टी में अंदरूनी विरोध भी  चल रहा है। बताया जा रहा है कि कटारिया अपनी धर्मपत्नी बंतो देवी के नाम से भी हाईकमान से अंबाला लोकसभा सीट से टिकट की मांग कर रहे हैं।