हरियाणा के पानीपत में अमानवीयता की सारे हदें पार कर देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक महिला को करीब डेढ़ साल तक शौचालय में बंद रखा गया। आरोप है कि महिला के पति ने उसे इतने दिनों तक ये कहकर शौचालय में बंद रखा की उसकी मानसिक हालत ठीक नहीं है। इस दौरान वो उसे खूब पीटता और भोजन भी खाने को नहीं देता था। मामले की जानकारी मिलने पर महिला सुरक्षा एवं बाल विवाह निषेध अधिकारियों ने उसे पति की कैद से आजाद कराया।
बताया जाता है कि महिला को शौचालय से निकाला गया तब सबसे पहले उन्होंने रोटी मांगी, इसके बाद नहलाया गया। इतने दिनों तक छोटी सी जगह बंद रही महिला को खड़े होने में भी काफी मुश्किल हो रही थी। महिला की ऐसी हालत देखकर कोई भी सिहर जाएगा। पुलिस ने बताया कि मामले में संज्ञान लेकर केस दर्ज कर लिया है और आरोपी पति के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
स्थानीय मीडिया के मुताबिक 35 वर्षीय रामरति के पति नरेश ने उन्हें करीब 18 महीने तक शौचालय में बंधक बनाकर रखा। उन्हें दिन में एक बार खाना दिया जाता और तभी बाहर निकाला जाता। अधिकारी रनजी गुप्ता कहती हैं कि हमें सूचना मिली नरेश ने महीनों से अपनी पत्नी को शौचालय में बंद कर रखा है। हम तुरंत उसके घर पहुंचे। उस समय नरेश अपने दोस्त के साथ ताश खेल रहा था। उससे रामरति के बारे में सवाल पूछा तो उसने कोई जवाब नहीं दिया। सख्ती से पूछने पर उसने पत्नी को कैद कर रखने की बात स्वीकार कर ली और पहली मंजिल पर स्थित शौचालय के पास ले गया।
उन्होंने बताया कि शौचालय के अंदर बंद रामरति बहुत गंदे कपड़ों में थीं। कमजोरी के चलते उनके शरीर की हड्डियां तक नजर आ रही थीं। बाहर निकाला तो उन्होंने खाने के लिए सबसे पहले रोटी मांगी। पूछताछ में पति रमेश ने बताया कि दस साल पहले पत्नी के पिता और भाई की मौत हो गई थी। इसके बाद रामरति मानसिक रूप से बीमार रहने लगी। वो किसी को नुकसान ना पहुंचाए इसलिए शौचालय में बंद कर दिया।