हरियाणा में करोड़ों रूपए के पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले का भंडाफोड़ करने वाले आईएएस अधिकारी का तबादला कर दिया गया है। बता दें कि उनके विभाग में ही उनका तबादला किया गया है। वहीं अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के निदेशक और विशेष सचिव संजिव वर्मा को अभिलेख विभाग में विशेष सचिव और निदेशक नियुक्त किया गया है। बता इस घोटाले में आधार नंबर की मदद से करोड़ों की हेराफेरी किया गया था।

घोटाले में सरकार ने दिया था जांच का आदेशः बता दें कि पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले में हरियाणा सरकार ने जांच के आदेश दिए थे। बताया जा रहा है कि बयान के अनुसार लोक निर्माण विभाग (भवन एवं सड़कें) की विशेष सचिव आईएएस अधिकारी गीता भारती अब अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग की निदेशक एवं विशेष सचिव होंगी। वहीं इस संबंध में गुरूवार (28 जून) को आदेश जारी किया गया था। गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पिछले महीने करोड़ों रूपए के पोस्टमैट्रिक स्कॉलरशिप घोटाले की सतर्कता जांच का आदेश भी दिया था।

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आधार नंबर में बदलाव कर हुआ था घोटालाः बताया जा रहा है कि घोटाले को अंजाम देने के लिए आधार नंबर में बदलाव किया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक हिमाचल प्रदेश में करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले के तार हरियाणा से जुड़े हैं। राज्य के अन्य जगहों के साथ सोनीपत में भी 352 छात्र-छात्राओं के लिए स्वीकृत साढ़े तीन करोड़ रुपये का छात्रवृत्ति घोटाला उजागर हुआ था। वहीं इस मामले में आरोप लगा था कि अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों से जुड़ी पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप की धनराशि लाभार्थियों के आधार नंबर में बदलाव कर फर्जी आधार संबद्ध खातों में धनराशि भेजी गई थी। बता दें कि अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग विभाग के निदेशक एवं विशेष सचिव के तौर पर वर्मा ने चार अधिकारियों को निलंबित कर यह घोटाला सामने लाया था।