जेएनयू के पूर्व छात्र नेता उमर खालिद (JNUSU Leader Omar Khalid) पर पिछले साल हमला करने वाले दो आरोपियों में शामिल नवीन दलाल को शिवसेना ने हरियाणा विधानसभा चुनाव (Haryana Assembly Election 2019) का टिकट दिया है। 21 अक्टूबर को होने वाले मतदान के लिए शिवसेना ने उन्हें बहादुरगढ़ सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। खुद को गो-रक्षक बताने वाले दलाल ने करीब छह महीने पहले ही शिवसेना जॉइन की थी। उसने कहा कि राष्ट्रवाद, गो-रक्षा और स्वतंत्रता सेनानियों के सम्मान की विचारधारा के चलते उसने शिवसेना जॉइन की।

बीजेपी पर लगाया आरोपः 29 वर्षीय दलाल ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा, ‘बीजेपी और कांग्रेस सरकारों के पास किसानों, शहीदों, गायों और गरीबों के लिए करने को कुछ नहीं है। वो सिर्फ सियासत करते हैं। हरियाणा (दक्षिण) के शिवसेना प्रमुख विक्रम यादव ने दलाल को पार्टी का टिकट दिए जाने की पुष्टि की है। उन्होंने कहा, ‘वो गायों की रक्षा करने और देश-विरोधी नारे लगाने वालों के खिलाफ आवाज उठाने जैसे मुद्दों पर काम करते रहे हैं, इसलिए हमने उन्हें चुना।’

‘हमले को बताया था देश के लिए तोहफा’: अगस्त 2018 में दलाल और दरवेश शाहपुर नाम का एक शख्स उमर खालिद पर हुए नाकाम हमले में कथित तौर पर शामिल था। यह हमला नई दिल्ली में कॉन्स्टीट्यूशन क्लब के बाहर हुआ था। प्राप्त जानकारी के मुताबिक बंदूक जाम होने के बाद खालिद ने भागकर जान बचाई थी। दलाल और शाहपुर भाग निकले थे लेकिन एक वीडियो सामने आने के बाद में गिरफ्तार कर लिए गए। इस वीडियो में दोनों खालिद पर हमले को देश को स्वाधीनता दिवस का तोहफा बताया था। फिलहाल दलाल जमानत पर है और मामला सेशन कोर्ट में लंबित है।

‘खालिद से कोई निजी विवाद नहीं’: खालिद पर हमले के बारे में पूछे जाने पर दलाल ने कहा, ‘अभी मैं उस बारे में बात नहीं करना चाहता। यह सिर्फ उमर खालिद का मामला नहीं है, वहां बहुत कुछ है। किसी दिन इस पर बात करूंगा।’ शिवसेना के यादव ने दलाल का बचाव करते हुए कहा कि यह देशभक्ति दिखाने का उनका तरीका था। उनका उमर खालिद से कोई व्यक्तिगत विवाद नहीं है। वो देश की राजधानी में स्थित यूनिवर्सिटी में देश विरोधी नारे लगाए जाने से दुखी थे।

तीन आपराधिक मामले हैं दलाल के खिलाफः अपने चुनावी शपथ पत्र में दलाल ने लिखा है कि उनके खिलाफ तीन आपराधिक मामले लंबित हैं। खालिद मामले के अलावा दलाल पर बहादुरगढ़ में आईपीसी की धारा 147/149 (दंगा फैलाने) और बीजेपी हेड ऑफिस में गाय का कटा हुआ सिर लेकर घुस जाने के मामले में कई धाराओं के तहत मामले दर्ज हैं। चुनावी पोस्टर में दलाल ने अपने नाम में गो-रक्षक भी जोड़ लिया है।

National Hindi News, 9 October 2019 Top Headlines Updates: देश-दुनिया की तमाम अहम खबरें सिर्फ एक क्लिक पर

कुश्ती खेलने और सेना में जाने का था सपनाः मंडोठी गांव के रहने वाले दलाल को उनकी कुश्ती के लिए भी पहचाना जाता है। वो कहते हैं कि 2010 में एक चोट के चलते उनका करियर खत्म हो गया, इससे पहले वो राज्य स्तरीय प्रतिस्पर्धा में भी शिरकत कर चुके थे। दलाल के मुताबिक वो पुणे-अहमदनगर में हुई सेना भर्ती के लिए भी कई बार कोशिश कर चुके हैं लेकिन हर बार फिजिकल टेस्ट पास करने के बाद वो लिखित परीक्षा में फेल हो गए।