पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) नेता हार्दिक पटेल का अनिश्चितकालीन अनशन 13वें भी दिन जारी रहा। गुरुवार (6 सितंबर) को हार्दिक पटेल ट्वीट कर भारतीय जनता पार्टी (बेजीपी) पर बरसे। हार्दिक ने ट्वीट में लिखा, ”गोधरा कांड के गुंडे गुजरात के भाजपा वाले मैं मर जाऊं उनको क्या फर्क पड़ेगा, हजारों लोगों की हत्या करके तो सत्ता प्राप्त की है। 13 दिन के अनशन के बाद भी भाजपा वालों ने अभी तक किसानों एवं सबसे बड़े पटेल समुदाय के बारे कुछ सोचा भी नहीं है और बोले भी नहीं। कोई बात नहीं चुनाव भी आ रहा है।” इससे पहले बुधवार (5 सितंबर) को पीएएएस के संयोजक मनोज पनारा ने कहा था कि सरकार के प्रतिनिधियों को अनशन स्थल पर आकर पाटीदार नेता से बात करनी चाहिए। उन्होंने हार्दिक की बिगड़ती सेहत का हवाला देते हुए चेतावनी दी थी कि अगर सरकार 24 घंटे के भीतर हार्दिक से बात नहीं करती है तो वह पानी त्याग देंगे।

बता दें कि हार्दिक पिछले 25 अगस्त से अनशन पर हैं। उनकी मांग है कि किसानों का कर्ज माफ किया जाए और पाटीदार युवकों को सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया जाए। बीजेपी की ओर से किसी तरह की प्रतिक्रिया न पाकर हार्दिक पिछले दिनों अपनी वसीयत की भी घोषणा कर चुके हैं। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल समेत कई नेता हार्दिक के समर्थन में उतर चुके हैं लेकिन गुरुवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा जब उनसे तो इस मुलाकात ने खासी सुर्खियां बटोरीं। यशवंत सिन्हा ने हार्दिक के समर्थन में कहा कि वह पटेलों के लिए आरक्षण और किसानों के कर्ज माफ करने को लेकर जारी उनके आंदोलन को राष्ट्रीय स्तर पर ले जाएंगे। अप्रैल में बीजेपी से इस्तीफा देने वाले यशवंत सिन्हा ने कहा कि केंद्र और राज्य की सरकारों को छोड़कर बाकी पूरा देश हार्दिक के अनशन से हिल उठा है।

https://twitter.com/HardikPatel_/status/1037710138487042048

यशवंत सिन्हा ने कहा, “हार्दिक ने किसानों का जो मुद्दा उठाया है, वह सिर्फ गुजरात तक सीमित नहीं है, बल्कि यह पूरे देश के लिए प्रासंगिक है। किसान गहरी पीड़ा में हैं और इस स्थिति को एक स्थायी समाधान की जरूरत है। मैं विपक्ष सहित हर किसी से अपील करता हूं कि किसानों के मुद्दों को देशभर में उठाया जाए।” गुजरात को मॉडल राज्य बताने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दावे को खारिज करते हुए शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि गुजराज मॉडल जैसा कुछ नहीं है। उन्होंने कहा, “गुजरात मॉडल फेल हो चुका है। अब आपको (2019 के चुनाव में) बोनस नहीं मिलने वाला है।” मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक हार्दिक जब से अनशन पर बैठे हैं, उनका करीब 20 किलोग्राम वजन घट चुका है।

(आईएएनएस इनपुट के साथ)