Gurugram Society Demolition: सुपरटेक के ट्विन टॉवरों की तरह गुरुग्राम के चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी टावर पर तलवार लटकी है। माना जा रहा है कि दो से तीन महीने के भीतर टॉवर को ध्वस्त कर दिया जाएगा। इसके लिए तैयारी अगले सप्ताह से ही शुरू कर दी जाएगी। प्रशासन को भरोसा है कि आईआईटी दिल्ली की रिपोर्ट आने के बाद बिल्डर के पास कोई विकल्प नहीं बचा है।

चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी में एक इमारत की छत का एक हिस्सा गिरने के लगभग नौ महीने बाद गुरुग्राम के उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने शनिवार को कहा कि आवासीय परिसर के टॉवर डी को ध्वस्त कर दिया जाएगा। बता दें, इसी साल 10 फरवरी को गुरुग्राम के सेक्टर 109 में चिंटेल्स पैराडिसो सोसायटी में टॉवर डी की छठी मंजिल की छत का एक हिस्सा गिर गया, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई, जबकि आधा दर्जन लोग घायल हो गए थे।

इस घटना के बाद लोगों की मांग को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने आईआईटी दिल्ली की टीम द्वारा इस टावर की संरचनात्मक जांच कराई। आईआईटी दिल्ली की जांच में पाया गया कि टावर डी रहने लायक नहीं है और इसके निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था। सोसायटी के टावर E और टावर F के भी सैंपल लिए गए हैं, जिनकी रिपोर्ट भी जल्द जारी की जाएगी।

अब गुरुग्राम प्रशासन ने टावर को गिराने के आदेश जारी किए हैं, हालांकि विस्तृत आदेश सोमवार को जारी किया जाएगा, जिसमें बताया गया है कि टावर को कब और कैसे तोड़ा जाएगा। सोसायटी के टावर डी में 50 से ज्यादा फ्लैट हैं। इस बीच, गुरुग्राम जिला प्रशासन ने बिल्डर को टावर डी के आवंटियों से दावे का निपटारा करने या उन्हें वित्तीय मुआवजा देने या निर्धारित समय सीमा के भीतर नया फ्लैट देने का आदेश जारी किया है।

28 अगस्त को गिराया गया था सुपरटेक ट्विन टावर

बता दें, सुपरटेक ट्विन टावर 28 अगस्त गिरा दिए गए। नोएडा सेक्टर-93ए में अवैध तरीके से बनाई गई बिल्डिंग विस्फोट के जरिए ध्वस्त की गई थी। इसे गिराने में 3500 किलो विस्फोटक का प्रयोग किया गया था। इसको लेकर सुरक्षा व्यवस्था भी मजबूत की गई थी। आसपास के रिहायशी इलाकों को खाली कराया गया था।