राजस्थान के बाद अब खतरनाक जीका वायरस ने गुजरात में भी अपनी दस्तक दे दी है। पूर्वी अहमदाबाद में एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से और चार संदिग्ध मरीज मिलने से हड़कंप मच गया। इसलिए इन क्षेत्रों में मच्छरों के लार्वा खत्म करने के लिए विशेष अभियान जोरों पर चलाया जा रहा है। अहमदाबाद में 1.50 लाख घरों में फागिंग कराई गयी है। जिससे मच्छरों को पैदा होने से रोका जा सके। अस्पतालों में जीका वायरस से पीड़ितों के लिए अलग से एक वार्ड बनाया  गया।

जानकारी के मुताबिक गुजरात प्रदेश के पूर्वी अहमदाबाद के अमराईवाड़ी में एक महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आने और 4 संदिग्ध मरीज मिलने से जीका वायरस को लेकर सरकार सकते में आ गयी है। 5183 महिलाओं में से बुखार पीड़ित 257 महिलाओं के रक्त के नमूने लिए गए जिनमे 135 की रिपोर्ट आने तक कोई भी वायरस से पीड़ित नहीं मिला। दिल्ली से स्वास्थ्य विभाग की एक टीम अहमदबाद पहुंच गयी है। स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख सचिव जयंती रवि ने बताया कि जीका वायरस से पीड़ित महिला अब पूर्ण रूप से स्वस्थ्य है।

गौरतलब है कि जीका वायरस बहुत घातक किस्म का वायरस है। इसके लक्षण 5 मरीज में से सिर्फ 1 के अंदर ही नजर आते है। एडीज प्रकार के मच्छर के काटने पर 3  से 14 दिन पता चलने में लग जाते है। इसको रोकने के लिए अभी तक कोई दवा या वैक्सीन विकसित नहीं हुई है। इस वायरस के चलते गर्भ में पल रहे शिशु का सिर छोटा हो जाता है। इसके पूर्व राजस्थान के जयपुर में 1 महीने के अंदर जीका वायरस मिलने के 140 मामले सामने आए थे।