गुजरात में साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने वालें हैं और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) वहां पर अपने मिशन में जुट गई है। बीजेपी की राजकोट शहर इकाई ने अपने चुनाव चिह्न कमल को दीवारों पर पेंट करने के लिए एक अभियान शुरू किया, अब शहर में सार्वजनिक कार्यालयों और पार्कों को को भी कमल के फूल से पेंट किया जा रहा है। वहीं आम आदमी पार्टी ने बीजेपी के इस अभियान पर आपत्ति जताई।
भाजपा की राजकोट नगर इकाई के अध्यक्ष कमलेश मिरानी ने सोमवार को करंपारा में पार्टी कार्यालय के प्रवेश द्वार पर कमल के चित्र पर पेंटिंग कर अभियान की शुरुआत की। प्रदेशव्यापी अभियान की शुरुआत भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सीआर पाटिल ने 13 मार्च को अहमदाबाद और सूरत से की, जहां उन्होंने और अन्य नेताओं ने सार्वजनिक दीवारों पर पार्टी के नारे को पेंट कर लिखा।
राजकोट नगर इकाई के अध्यक्ष कमलेश मिरानी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि, “राज्य नेतृत्व के निर्देशों के अनुसार हमने शहर की दीवारों पर कमल के प्रतीक को चित्रित करने के लिए अभियान शुरू किया है। यह अभियान 31 मार्च तक चलेगा। प्रतिदिन औसतन 10 से 12 पेंटिंग के लिए हमने प्रति वार्ड एक व्यक्ति को काम का ठेका दिया है। राजकोट नगर निगम में 18 वार्ड हैं। राजकोट शहर दो दशकों से भाजपा का गढ़ रहा है और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) का भी शहर में एक मजबूत नेटवर्क है। राजकोट को सौराष्ट्र की राजधानी भी कहा जाता है।
भाजपा की गुजरात इकाई के सचिव (संगठन) रत्नाकर ने सोमवार को राजकोट में सौराष्ट्र क्षेत्र के पार्टी के जिला इकाई के पदाधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता की। राज्य में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने हैं और करीब 25 साल से राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेपी ने जमीनी स्तर पर काम शुरू कर दिया है।
आम आदमी पार्टी की राजकोट इकाई के अध्यक्ष शिवलाल बरसिया ने भाजपा के इस कदम पर आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि, “यह सार्वजनिक संपत्ति का सही उपयोग नहीं है और संबंधित अधिकारियों को उचित कार्रवाई करनी चाहिए। यदि एक पक्ष ऐसा करता है तो अन्य पक्ष सोच सकते हैं कि उन्हें ऐसा करने के लिए एनओसी (अनापत्ति प्रमाण पत्र) है। अगर हमें अपने राज्य नेतृत्व से निर्देश मिलते हैं, तो हम भी करेंगे। सरकारी संपत्ति सभी के लिए है।”