Gujarat Polls: गुजरात विधानसभा चुनाव 2022 के प्रचार अभियान में बीजेपी (BJP) ने अपने दिग्गजों लोगों के बीच उतारा। भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व ने गुजरात में पार्टी के चुनाव अभियान (Election Campaign) के लिए कई प्रमुख चेहरों को साथ लिया। इनमें उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री भी शामिल थे। हालांकि, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई (Karnataka Chief Minister Basavaraj Bommai) प्रचार के पूरे परिदृश्य से नदारद थे।

दक्षिण से भाजपा के एकमात्र मुख्यमंत्री बोम्मई

बीजेपी नेताओं के एक समूह ने कहा कि एक अच्छी हिंदी बोलने वाले और दक्षिण से भाजपा के एकमात्र मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की अनुपस्थिति आश्चर्यजनक थी। उन्होंने कहा कि गुजरात में कर्नाटक के प्रवासियों (कन्नडिगाओं ) की भी अच्छी खासी संख्या है। कर्नाटक (karnataka) के लोगों ने 1920 के दशक में गुजरात में बसना शुरू किया और मित्र कुटा (Mitra Kuta) नाम से एक संघ भी बनाया। बाद में यह कर्नाटक संघ बन गया। कन्नड़ भाषी लोगों को उनकी सांस्कृतिक पहचान को संरक्षित करने के लिए और आपस में संगठित करने के लिए 1932 में इस संघ को पंजीकृत किया गया था।

Karnataka- Maharashtra Border Issue में उलझे रहे सीएम बोम्मई

इस बीच लगातार गरमाते जा रहे कर्नाटक और महाराष्ट्र सीमा विवाद (Karnataka-Maharashtra Border Issue) में भी मुख्यमंत्री वसवराज बोम्मई (Karnataka CM Basavraj Bommai) की काफी व्यस्तता रही। महाराष्ट्र और कर्नाटक के बीच सीमा विवाद भारत के सबसे बड़े अंतर-राज्जीय विवादों में से एक है। दोनों राज्यों के बीच सीमा विवाद इतना बढ़ चुका है कि सीएम बोम्मई को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से बिना अपॉइंटमेंट ही मिलने दिल्ली पहुंचना पड़ा था। दिल्ली दौरे के दौरान सीएम बोम्मई ने वरिष्ठ वकील मुकुल रोहतगी (Senior Advocate Mukul Rohatgi) और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल (Union Minister Piyush Goyal) से भी मुलाकात की थी।

कर्नाटक में सीएम बोम्मई से BJP को हैं काफी उम्मीदें

दक्षिण के एकमात्र बीजेपी शासित राज्य कर्नाटक में अगले साल विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) होने वाला है। गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Polls) के बाद बीजेपी के लिए कर्नाटक में सरकार बरकरार रखना बड़ी चुनौती है। बीजेपी नेतृत्व के लिए कर्नाटक में येदियुरप्पा और सदानंद गौड़ा के बाद बसवराज बोम्मई को लेकर काफी उम्मीदें हैं। बोम्मई जल्द ही कर्नाटक-महाराष्ट्र सीमा विवाद को निपटाने की कोशिश में हैं। पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र (Maharashtra) में भी बीजेपी सरकार में शामिल है। अगर यह विवाद समय रहते निपट गया तो बीजेपी आगामी चुनावों में इसे बड़ी उपलब्धि के तौर पर पेश कर सकती है।