अहमदाबाद ब्लास्ट मामले में दोषियों को सजा का ऐलान हो गया है। अहमदाबाद ब्लास्ट मामले में 49 दोषियों में से 38 को फांसी की सजा सुनाई गई है, जबकि 11 दोषियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई है। सजा के ऐलान के बाद राजनीति भी तेज हो गई है और दोषियों में कई उत्तर प्रदेश के हैं और उत्तर प्रदेश में चुनाव भी चल रहा है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि एक दोषी का संबंध समाजवादी पार्टी से हैं। साथ ही बीजेपी ने इस मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव से स्पष्टीकरण भी मांगा है।

केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फस में कहा कि, “हम कोर्ट के फैसले का स्वागत करते हैं। 49 दोषियों को सजा सुनाई गई। 38 को मौत की सजा, 11 को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। ये तब हुआ था जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे।”

वहीं केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि , “इन 49 में से एक मोहम्मद सैफ सपा नेता शादाब अहमद के बेटे हैं। इस पर अखिलेश यादव चुप क्यों हैं? इन तस्वीरों में वह तत्कालीन सीएम अखिलेश यादव के साथ नजर आ रहे हैं। क्या अखिलेश यादव ने उन्हें बिरयानी पर बुलाया था? शादाब अहमद का बेटा मास्टरमाइंड था और धमाकों में शामिल था।”

वहीं स्पेशल कोर्ट के फैसले पर जमीयत-उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने कहा है कि, “हम इस फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में जाएंगे। हमें उम्मीद है कि हाईकोर्ट के द्वारा इस सजा को कम कठोर किया जाएगा लेकिन अगर हमें सफलता नहीं मिलती है तो हम सुप्रीम कोर्ट में भी जाएंगे।”

बता दें कि 26 जुलाई 2008 को अहमदाबाद में 70 मिनट में एक के बाद एक 21 बम धमाके हुए थे और इसमें 56 लोगों की मौत हुई थी जबकि 200 से अधिक लोग घायल हुए थे। इस पूरे मामले में 6000 से अधिक सबूत पेश किए गए जबकि 78 लोगों को आरोपी बनाया गया था। एक आरोपी सरकारी गवाह बन गया और बाकी के 77 आरोपियों पर केस चला, जिसमें 28 को बरी कर दिया गया। 49 आरोपियों को दोषी करार दिया गया था।