गुजरात सरकार गोहत्या के मामलों को लेकर सख्त है। गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार पिछले एक साल में गोहत्या के 16 मामलों में दोषियों को सजा दिलाने में सफल रही है। उन्होंने दावा किया कि द्वारका और सोमनाथ से अवैध अतिक्रमण हटाने और मंदिर चोरी के 94 प्रतिशत मामलों को सुलझाने में भी सरकार सफल रही। अवैध अतिक्रमण को लेकर संघवी ने कहा कि सीएम भूपेन्द्र पटेल का आने वाले दिनों में बुलडोजर चलेगा।
लव जिहाद के खिलाफ बोले गृह मंत्री
लव जिहाद, गोहत्या और भूमि जिहाद के खिलाफ लड़ने के गुजरात सरकार के दृढ़ संकल्प पर जोर देते हुए हर्ष सांघवी ने कहा, “गुजरात एकमात्र ऐसा राज्य है जहां गोहत्या के मामलों में आरोपियों को न केवल पकड़ा जाता है बल्कि दोषी भी ठहराया जाता है। पिछले एक साल में 16 लोगों को गोहत्या का दोषी ठहराया गया। चाहे कच्छ हो, बनासकांठा हो या अमरेली, हम सुनिश्चित करते हैं कि आरोपियों को सजा मिले ताकि हत्यारों में डर पैदा हो।”
गुजरात में विश्व हिंदू परिषद (VHP) के मुख्यालय डॉ. वणिकर मेमोरियल भवन के पुनर्निर्माण के शिलान्यास समारोह में एक सभा को संबोधित करते हुए हर्ष संघवी ने कहा, “भूपेंद्र पटेल का बुलडोजर आने वाले दिनों में भी निश्चित रूप से चलेगा क्योंकि अवैध अतिक्रमण है। अभी भी कई शहरों में मौजूद है। पिछले दो वर्षों में सरकारी जमीन से अवैध अतिक्रमण हटाया गया है, जहां जल्द ही स्कूल और अस्पताल का निर्माण किया जाएगा।”
अतिक्रमण के खिलाफ कार्रवाई
हर्ष सांघवी ने आगे कहा, “द्वारका और सोमनाथ में अतिक्रमित भूमि के बड़े हिस्से को मुक्त कराया गया है। अकेले कच्छ में बंदरगाहों के लिए 2,000 एकड़ सरकारी जमीन, जिस पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया गया था और नशीली दवाओं के कारोबार के लिए इस्तेमाल किया गया था, वापस ले ली गई। इसी तरह के अभियान अहमदाबाद, सूरत और खेड़ा में भी चलाए गए।”
लव जिहाद के खिलाफ राज्य सरकार की सक्रिय भूमिका का जिक्र करते हुए हर्ष सांघवी ने कहा कि माता-पिता की ओर से किसी शिकायत के अभाव में भी गुजरात पुलिस, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार और महाराष्ट्र से मासूम लड़कियों को वापस लाने और उन्हें फिर से मिलाने में सक्षम थी। उन्होंने कहा, ”भूपेंद्र पटेल की लाठी किसी को नहीं छोड़ेगी।” मंदिर में चोरी की घटनाओं पर उन्होंने कहा, “तेरा तुझको अर्पण अभियान के तहत पिछले एक साल में 94 फीसदी चोरी के मामले सुलझाए गए और ट्रस्टियों की मौजूदगी में मूर्तियां और आभूषण वापस लौटाए गए।”