सीबीआई द्वारा 5 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किए गए विदेश व्यापार महानिदेशालय (DGFT) के एक अधिकारी ने आत्महत्या कर ली। पुलिस ने बताया कि राजकोट कार्यालय में संयुक्त निदेशक जावरी मल बिश्नोई को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था। राजकोट के पुलिस कमिश्नर (सीपी) राजू भार्गव ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि “उन्हें अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उनकी मौत हो गयी”, पुलिस ने कहा कि यह घटना रेस कोर्स रिंग रोड पर डीजीएफटी कार्यालय में सुबह करीब 10 बजे हुई।
पुलिस ने कहा कि सीबीआई शुक्रवार शाम को गिरफ्तारी के बाद से डीजीएफटी कार्यालय परिसर के साथ-साथ राजकोट में जावरी मल बिश्नोई के आवास और उनके मूल स्थान की तलाशी ले रही थी।
क्यों किया गया था गिरफ्तार?
जावरी मल बिश्नोई (44) को शुक्रवार देर शाम सीबीआई ने एक निर्यातक से 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए कथित रूप से रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद गिरफ्तार किया था। अधिकारियों ने कहा कि सीबीआई ने खाद्य निर्यात कारोबार से जुड़े एक कारोबारी की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जाल बिछाया था।
सीबीआई के अनुसार व्यवसायी ने डीजीएफटी को खाद्य डिब्बे के आवधिक निर्यात से संबंधित दस्तावेजों के साथ छह फाइलें सौंपी थीं। हालांकि बिश्नोई ने कथित तौर पर शिकायतकर्ता को अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) जारी करने के लिए निर्यातक से 9 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की थी।
सीबीआई ने कहा कि शिकायतकर्ता को 50 लाख रुपये की बैंक गारंटी जारी करने के लिए डीजीएफटी एनओसी की जरूरत थी । आरोप यह है कि जावरी मल बिश्नोई ने पहली किस्त के लिए 5 लाख रुपये की मांग की और शिकायतकर्ता को एनओसी सौंपने के समय शेष राशि देने के लिए कहा था।