गुजरात चुनाव में बीजेपी के कई दिग्गज इस बार चुनावी मैदान से हटते दिख रहे हैं। पूर्व सीएम विजय रूपाणी के साथ पूर्व डिप्टी सीएम नितिन पटेल ने चुनाव न लड़ने का फैसला किया है। उनका कहना है कि वो बीजेपी कैंडिडेट्स की जीत के लिए काम करेंगे। गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा, “मैंने सभी के सहयोग से पांच साल सीएम के रूप में काम किया। इन चुनावों में नए कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाए। मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा, मैंने वरिष्ठों को पत्र भेजकर दिल्ली को अवगत करा दिया है। हम चुने हुए उम्मीदवार को जिताने के लिए काम करेंगे।”

उधर, वरिष्ठ भाजपा विधायक भूपेंद्र सिंह चुडासमा ने भी ऐसे ही घोषणा की है। उन्होंने कहा, “मैं विधानसभा चुनाव नहीं लड़ूंगा और पार्टी के वरिष्ठ नेता को बता दिया है। मैंने तय किया है कि अन्य कार्यकर्ताओं को अवसर मिलना चाहिए। मैं अब तक 9 बार चुनाव लड़ चुका हूं। मैं पार्टी का आभार व्यक्त करता हूं।”

इस बीच, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की केंद्रीय चुनाव समिति की बुधवार शाम को शुरू हुई बैठक में पार्टी ने गुजरात विधानसभा चुनाव के लिये अपने उम्मीदवारों के नामों को अंतिम रूप देने पर मंथन किया। कांग्रेस को छोड़कर भाजपा में शामिल हुए हार्दिक पटेल और अल्पेश ठाकोर का नाम संभावित उम्मीदवारों में तय माना जा रहा है।

दिल्ली स्थित भारतीय जनता पार्टी मुख्यालय में केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल सहित कई वरिष्ठ नेता शामिल हुए।

हार्दिक, अल्पेश और मोरबी विधायक कांतिलाल का टिकट मिलना तय

सूत्रों ने बताया कि हार्दिक पटेल को अहमदाबाद के विरमगाम से टिकट दिया जा सकता है। क्रिकेटर रवीन्द्र जडेजा की पत्नी रिवाबा जडेजा का नाम भी संभावित उम्मीदवारों की सूची में है। भाजपा मोरबी से पूर्व विधायक कांतिलाल अमृत को टिकट दिया जा सकता है। कांतिलाल अमृत मोरबी में हाल ही में पुल हादसे में लोगों को बचाने के लिये नदी में कूद गए थे, जिस दुर्घटना में 130 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी।

भाजपा का गुजरात में लगातार सातवीं बार जीत दर्ज करने का लक्ष्य है। गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए मतदान दो चरणों में एक और पांच दिसंबर को होगा। समझा जाता है कि भाजपा बैठक के दौरान सभी 182 उम्मीदवारों के नाम तय कर सकती है और अगले कुछ दिनों में सूची जारी कर सकती है। सूत्रों ने बताया कि चुनाव में सीटों पर जीत के लिहाज से नया रिकॉर्ड बनाने के मकसद से पार्टी संगठन पूरी ताकत और ऊर्जा लगा रही है। इसे देखते हुए कई वरिष्ठ नेताओं को सूची से बाहर रखने की संभावना को खारिज नहीं किया जा सकता है।