गुजरात विधानसभा चुनावों से पहले राजनीतिक दलों में खूब हलचल मची हुई है। इस बीच, आम आदमी पार्टी के नेता इंद्रनील राजगुरु ने शुक्रवार (4 नवंबर, 2022) को कांग्रेस का हाथ थामा है। वह पहले भी कांग्रेस में ही थे, लेकिन आप में शामिल होने के लिए उन्होंने कांग्रेस का साथ छोड़ दिया था। अब फिर से उन्होंने कांग्रेस में वापसी कर ली है।
उन्होंने कहा कि वह हमेशा से कांग्रेस के साथ थे और उनके पार्टी छोड़ने के फैसले पर उनका परिवार भी सहमत नहीं था। उन्होंने यही भी कहा, “मैंने बीजेपी को हराने के लिए आप ज्वाइन की थी, लेकिन मुझे महसूस हुआ कि वे बीजेपी की तरह ही लोगों की गुमराह कर रहे हैं।” वहीं, दूसरी तरफ आप का कहना है कि इंद्रनील मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार ना बनाए जाने से आम आदमी पार्टी से नाराज थे। कांग्रेस ने अभी तक अपने सीएम उम्मीदवार के नाम की घोषणा नहीं की है। आप द्वारा मुख्यमंत्री उम्मीदवार की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही इंद्रनील कांग्रेस में शामिल हो गए।
आप के लिए बड़ा झटका
वह सौराष्ट्र में कद्दावर नेता हैं, उनका पार्टी छोड़ना आप के लिए बड़ा झटका है। इंद्रनील राजगुरु ने दावा किया कि आप बीजेपी की बी-टीम की तरह काम कर रही है। वहीं, आप ने पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि राजगुरु चाहते थे कि उन्हें मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया जाए।
राजगुरु एक पूर्व विधायक हैं जो राजकोट के रहने वाले हैं और सौराष्ट्र क्षेत्र में एक प्रभावशाली नेता के रूप में जाने जाते हैं। कांग्रेस में दोबारा शामिल होने के बाद उन्होंने कहा, “भाजपा देश के लिए एक बुरी पार्टी है, और मैं यह सोचकर आप में शामिल हो गया कि, शायद यह पार्टी भाजपा को हरा सकती है। लेकिन, मुझे एहसास हुआ कि यह पार्टी भी उतनी ही खराब है। भाजपा की तरह, आम आदमी पार्टी भी लोगों को बेवकूफ बनाती है। कांग्रेस ऐसी नहीं है, और इसलिए, मैं वापस आ गया।”
आप ने भी किया पलटवार
आप की गुजरात इकाई के अध्यक्ष गोपाल इटालिया ने कहा, “पिछले कई दिनों से इंद्रनील भाई पार्टी पर उन्हें मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार के रूप में पेश करने के लिए दबाव डाल रहे थे। आप ने फैसला किया कि सीएम का चेहरा केवल जनता की राय के माध्यम से घोषित किया जाएगा और इशुदान गढ़वी पार्टी के लिए सीएम चेहरा बने।” उन्होंने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि “कांग्रेस उन्हें सीएम उम्मीदवार घोषित करेगी।”