Gujarat Election Result: गुजरात विधानसभा चुनाव (Gujarat Assembly Election) में लगातार सातवीं बार जीत हासिल करने के साथ ही बीजेपी ने कुल 182 सीटों में से 156 सीटें जीतकर अपना अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया है। चुनाव परिणाम आने के बाद भारतीय जनता पार्टी (BJP) अब प्रदेश की जनता से किए वादों को पूरा करने के लिए कार्य योजना पर काम कर रही है।

चुनावी वादे पूरा करने पर काम करेगी BJP

आने वाले साल में बीजेपी 2024 के लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी फोकस करेगी। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए गुजरात भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “2023 में पार्टी के लिए आगे की तैयारी निश्चित रूप से चुनाव के दौरान लोगों से किए गए वादों को पूरा करने की दिशा में काम करना होगा। इस साल हमारी पार्टी और सरकार गुजरात राज्य को एक ट्रिलियन अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में काम करेगी।”

BJP कार्यकर्ता बिना अहंकार के जमीन से जुड़े रहें

भाजपा नेता ने यह भी कहा, “पार्टी राज्य में अपने संगठनात्मक ढांचे को और मजबूत करेगी। 156 सीटें जीतना एक विशाल जनादेश है जिसे सत्ताधारी पार्टी के रूप में एक बड़ी जिम्मेदारी भी कहा जा सकता है। हालांकि, हमारी कोशिश यह सुनिश्चित करने की होगी कि पार्टी के कार्यकर्ता बिना अहंकार के जमीन से जुड़े रहें। एक अनुशासित कैडर होने के नाते, यह भाजपा कार्यकर्ताओं के लिए कोई बड़ा काम नहीं है।”

Congress का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन

वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस गुजरात में सबसे कठिन चुनौती का सामना कर रही है। पार्टी ने विधानसभा चुनावों में अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन किया है। 2017 में Congress को 77 सीटें मिलीं थीं, जिनकी संख्या 2022 में घटकर सिर्फ 17 रह गई थी। पार्टी के एक नेता ने कहा, ‘जीत और हार राजनीति का हिस्सा है। हालांकि, यह विधानसभा चुनाव परिणाम हमारे लिए चौंकाने वाला है। हमें पार्टी के संगठनात्मक ढांचे और गुजरात के लोगों तक अपनी पहुंच बनाने के तरीके में बड़े बदलाव की आवश्यकता है।

2024 और 2027 की तैयारियों में जुटी AAP

पांच विधानसभा सीटें जीतकर गुजरात में खाता खोलने वाली आम आदमी पार्टी (AAP) की नजर अब 2024 के लोकसभा चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव के लिए कमर कसते हुए राज्य में अपनी स्थिति मजबूत करने में जुट गयी है। आप नेता ने कहा, “हम पहले से ही 2024 के लोकसभा चुनावों और फिर 2027 के विधानसभा चुनावों के लिए योजना बना रहे हैं। हम सिर्फ पांच विधायक हो सकते हैं, लेकिन आने वाले दिनों में आप उन्हें अपने निर्वाचन क्षेत्रों से परे राज्य भर में मुद्दों को उठाते हुए देखेंगे।”