राजकोट के उपलेटा से कांग्रेस नेता और पूर्व विधायक ललित वसोया ने मंगलवार को विसावदर विधानसभा से नवनिर्वाचित आप विधायक गोपाल इटालिया को मानहानि का नोटिस भेजा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि इटालिया ने एक कथित स्टिंग ऑपरेशन वीडियो शेयर करके उनकी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाया है। वीडियो में ललित वसोया को इटालिया को रिश्वत देते हुए दिखाया गया है। वहीं आम आदमी पार्टी की गुजरात इकाई ने ललित वसोया की आलोचना करते हुए कहा है कि वे कानूनी लड़ाई का सामना करने के लिए तैयार हैं।

मानहानि के नोटिस के अनुसार कांग्रेस नेता ललित वसोया ने माफी मांगने और 10 करोड़ रुपये का हर्जाना मांगा है। वहीं इटालिया को जवाब देने के लिए 10 दिन का समय दिया है। नोटिस की एक प्रति इंडियन एक्सप्रेस के पास है। गोपाल इटालिया को यह नोटिस रजिस्टर्ड डाक के जरिए भेजा गया है।

10 करोड़ के मानहानि का नोटिस

राजकोट जिला कांग्रेस अध्यक्ष ललित वसोया ने अपने नोटिस में आरोप लगाया, “विसावदर उपचुनाव के लिए प्रचार करते समय आप (इटालिया) और आपकी पार्टी के नेताओं ने एक फर्जी स्टंट के माध्यम से मेरी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाया, जिसमें कहा गया कि मैंने एक आप कार्यकर्ता को रिश्वत दी है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी वीडियो शेयर करने से मेरी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचा है। इस कृत्य की भरपाई के लिए, 10 दिनों के भीतर 10 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना चाहिए, और यदि आप ऐसा करने में विफल रहते हैं, तो आपके खिलाफ अदालत में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

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कांग्रेस नेता ललित पर पलटवार करते हुए आप के राज्य महासचिव मनोज सोरठिया ने कहा, “हम कानूनी लड़ाई का सामना करने के लिए तैयार हैं। हमारे पास सभी सबूत हैं, जिसमें सीसीटीवी फुटेज भी शामिल है जिसमें कांग्रेस नेता वसोया को विसावदर विधानसभा उपचुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने के लिए आप नेताओं को रिश्वत देते हुए दिखाया गया है।”

हमने चुनाव आयोग के पास रिश्वत के बारे में शिकायत दर्ज कराई- AAP

मनोज सोरठिया ने कहा, “हमने राज्य चुनाव आयोग के पास रिश्वत की घटना के बारे में शिकायत भी दर्ज कराई है और सभी आवश्यक सबूत जमा किए हैं। शुरू में कांग्रेस विसावदर उपचुनाव में सक्रिय भी नहीं थी। भाजपा उम्मीदवार किरीट पटेल और आप उम्मीदवार गोपाल इटालिया के बीच सीधा मुकाबला था। लेकिन कांग्रेस भाजपा की बी टीम बनकर हमारे नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के लिए रिश्वत दे रही थी। कांग्रेस नेताओं ने विसावदर तालुका के आप अध्यक्ष महेंद्र डोबरिया को रिश्वत दी और उन्हें पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल रहते हुए पार्टी में ही रहने को कहा। बाद में वसोया के निर्देश पर डोबरिया ने आप नेता हरदेव विक्रमा को फोन किया और उन्हें 2 लाख रुपये की रिश्वत की पेशकश की।”

मनोज सोरठिया ने आरोप लगाते हुए कहा, “डोबरिया ने विक्रमा को विसावदर उपचुनाव से एक दिन पहले 18 जून की दोपहर को विसावदर कस्बे के एक निजी होटल में आने को कहा। विक्रमा ने हमें इस कॉल के बारे में बताया। हमारे निर्देश पर विक्रमा होटल गया और कमरा नंबर 205 में पहुंचा, जहां उसने वसोया से 2 लाख रुपये नकद लिए। बैठक के दौरान विक्रमा से गोपाल इटालिया और पार्टी के खिलाफ एक वीडियो बनाने को भी कहा गया। हमें पूरे ऑपरेशन और यहां तक कि होटल के कमरे की सीसीटीवी फुटेज भी मिली है। कमरे में ललित वसोया और मनोज डोबरिया मौजूद थे। इस घटना के बाद हमने राज्य चुनाव आयोग से शिकायत की। हमारे पार्टी नेता हरदीप विक्रमा ने भी चुनाव आयोग को अपना बयान दिया, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है।”

सूत्रों ने बताया कि मनोज डोबरिया की पार्टी विरोधी गतिविधियां सामने आने के बाद आप ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया है। मनोज सोरठिया ने कहा, “ललित वसोया के खिलाफ हमारे पास पर्याप्त सबूत है इसलिए हम सभी कानूनी लड़ाइयों का सामना करने के लिए तैयार हैं। हम उनके खिलाफ अदालत में सभी सबूत पेश करेंगे। हम माफी नहीं मांगेंगे।”

कांग्रेस अपने नेता के साथ

वहीं मामले पर कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता मनीष दोशी ने द इंडियन एक्सप्रेस से कहा, “ललित वसोया हमारी पार्टी के एक मजबूत नेता हैं। वे एक पूर्व विधायक हैं और पाटीदार आंदोलन का भी हिस्सा थे। वे विसावदर विधानसभा सीट के प्रभारियों में से एक था। उन्होंने गोपाल इटालिया को मानहानि का नोटिस भेजा है, क्योंकि उन्हें पता चला है कि गोपाल इटालिया ने उनकी सार्वजनिक छवि को नुकसान पहुंचाया है। हम ललित वसोया का समर्थन करते हैं। वे हमारे नेता हैं।”