गोवा से कांग्रेस विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह राणे ने राज्य विधानसभा में बीफ को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत अपनी गायों के साथ उन देशों से भी बुरा बर्ताव करता है, जहां बीफ खाया जाता है। उन्होंने कहा,”हम गायों को प्यार करते हैं। लेकिन ये भारत में सर्वाधिक बुरी स्थिति झेलने वाला पशु है। कई देश जो बीफ खाते हैं, अपनी गायों की भारत से कहीं अच्छी देखभाल करते हैं। हमारी गायें जैसे ही दूध देना बंद करती हैं, हम उन्हें कचड़ा और प्लास्टिक खाने के लिए सड़कों पर दयनीय स्थिति में छोड़ देते हैं। कई गायें तो सड़क हादसों का भी शिकार हो जाती हैं। कांग्रेस विधायक ने कहा, किसानों को ये विकल्प मिलना चाहिए कि वह अपने नकारा पशुओं को बेचकर कुछ लाभ कमा सकें।”

कांग्रेस विधायक और गोवा के पूर्व मुख्‍यमंत्री प्रताप सिंह राणे। फोटो- एक्‍सप्रेस आर्काइव

राणे को इस मुद्दे पर अनापेक्षित रूप से सत्ता पक्ष के सदस्यों का भी समर्थन मिला। गोवा की कलंगुट सीट से भाजपा विधायक माइकल लोबो ने राणे के विचारों का समर्थन किया। लोबो ने कानूनी बीफ कारोबार को बचाने में नाकामी पर अपनी ही सरकार पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, ”कुछ कथित गौ रक्षक कर्नाटक और गोवा की सीमा पर खड़े हो गए थे। उन्होंने राज्य में बीफ आने से रोकने की कोशिश की। कुछ ने तो बीफ पर फिनायल भी फेंक दिया।”

वैसे बता दें कि गोवा पड़ोसी राज्य कर्नाटक पर बीफ की थोक सप्लाई के लिए आश्रित है। गोवा के पास अपना खुद का बूचड़खाना ‘द गोवा ​मीट कॉम्पलैक्स’ भी है। लेकिन फिलहाल ये बंद पड़ा है। लोबो ने कहा,” गोवा मीट कॉम्पलैक्स बंद किया जा चुका है। गोवा में कई मीट खाने वाले लोग हैं। कई पर्यटक गोवा सिर्फ बीफ खाने के लिए आते हैं।

हमारे त्योहारों के दौरान तो कई बार गौमांस की भारी कमी भी हो जाती है। ऐसे में गोवा मीट कॉम्पलैक्स को बंद क्यों किया गया है? अगर हम नहीं चाहते कि बीफ कर्नाटक या फिर महाराष्ट्र से आए तो क्यों नहीं हम गोवा के कॉम्पलैक्स में गायें काटने का काम शुरू करते हैं। इसे शुरू किया ही जाना चाहिए। गोवा में बहुत सारे लोग बीफ खाते हैं। आप इसे बंद नहीं कर सकते हैं।”

वैसे बता दें कि हाल ही में गोवा के बीफ कारोबारियों ने प्रदर्शन किया था। उनका आरोप था कि गौ रक्षक दलों ने जनवरी में उनका उत्पीड़न किया था। इसके बाद मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने ऐसे तत्वों को रोकने का आदेश दिया था। गोवा में हर रोज करीब 20 टन गौमांस खाया जाता है। इसे खाने वालों में सर्वाधिक 26 फीसदी लोग कैथोलिक हैं और पर्यटकों के अलावा 11 फीसदी मुस्लिम आबादी भी है।