Congress Crisis in GOA: महाराष्ट्र के बाद अब गोवा कांग्रेस में सियासी उथल-पुथल मच गई है। रविवार को गोवा कांग्रेस के 5 विधायक लापता बताए जा रहे थे। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने मुकुल वासनिक को गोवा की ताजा सियासी घटनाक्रम पर नजर बनाए रखने के लिए गोवा भेजा है। गोवा में विपक्षी दल कांग्रेस के नेता माइकल लोबो को उनके पद (नेता विपक्ष) से हटा दिया है। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने अपने ऊपर लगाए गए आरोपों का जवाब देते हुए कहा, अगर मुझे जाना होता तो चला गया होता कोई मुझे रोक नहीं सकता था।
कांग्रेस पार्टी ने इसके पीछे माइकल लोबो और वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिगंबर कामत पर पार्टी के खिलाफ साजिश रचने का आरोप लगाया है। इन आरोपों में कहा गया है कि वो कांग्रेस विधायकों के साथ बीजेपी में शामिल होने का प्लान बना रहे थे। सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा होने लगी थी कि गोवा कांग्रेस के कुछ विधायक बीजेपी में शामिल होने वाले हैं।
कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक से जब मीडिया ने पूछा कि गोवा कांग्रेस में क्या घमासान चल रहा है तो उन्होंने कहा, अभी मुझे अपने सभी सहयोगियों से मिलने दो मैं उनसे मिलकर बातचीत कर लूं उसके बाद ही इस मुद्दे पर कुछ कह पाउंगा। सहयोगियों के साथ बैठक के बाद ही मैं आपको कुछ बता पाउंगा। आपको बता दें कि कांग्रेस नेता मुकुल वासनिक को गोवा में कांग्रेस में हो रही उठापटक की निगरानी के लिए भेजा गया है।
वहीं गोवा कांग्रेस को लेकर सीटी रवि के बयान पर कर्नाटक कांग्रेस नेता एम बी पाटिल ने कहा, सीटी रवि का बयान अलोकतांत्रिक है। विधायकों को 40 करोड़ रुपये में खरीदना। इसने हमारे देश की व्यवस्था को खराब कर दिया है। हमें शर्म आती है कि हमारे देश में ऐसी चीजें होती हैं।
दिनेश गुंडूराव का आरोप लोबो और कामत बीजेपी से मिले हैं
न्यूज-18 की रिपोर्ट के मुताबिक गोवा कांग्रेस के प्राभारी दिनेश गुंडूराव ने गोवा में नेता विपक्ष माइकल लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत पर बीजेपी के साथ हाथ मिलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा ये दोनों नेता गोवा कांग्रेस में फूट डालने की कोशिश कर रहे हैं। ये गोवा कांग्रेस के दो-तिहाई विधायक तोड़कर बीजेपी में शामिल करवाने की कोशिश कर रहे हैं। राव ने आगे बताया कि इसके लिए बीजेपी इन्हें मोटी कीमत देने को तैयार है।
कांग्रेस नेता माइकल लोबो ने दिया आरोपों का जवाब
वहीं कांग्रेस नेता माइकल लोबो ने भी गुंडूराव के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, हम कांग्रेस पार्टी के साथ हैं। लोबो ने कहा, मैंने गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडू राव से कहा था कि मुझे एलओपी के रूप में बने रहने में कोई दिलचस्पी नहीं है क्योंकि सरकार ने मेरे खिलाफ कई मुद्दे उठाए हैं इसलिए मैंने कहा कि यह मुश्किल और दूसरों के लिए शर्मनाक होगा आप इसके लिए किसी और को चुन लें।
आरोप पर दिगंबर कामत ने दिया ये जवाब
वहीं सोमवार को गोवा कांग्रेस के प्रभारी दिनेश गुंडूराव को पूर्व मुख्यमंत्री दिगंबर कामत ने जवाब देते हुए कहा, मैंने दिनेश गुंडू राव का एक वीडियो देखा है। इस वीडियो को देखने के बाद मैं हैरान हूं। इस वीडियो में उन्होंने शब्दों से मेरे ऊपर हमला किया है और मुझे चोट पहुंचाई है। दिनेश राव शनिवार की रात मेरे घर पर ही थे तब मैंने उन्हें अपनी स्थिति के बारे में बताया था। उन्होंने बताया ये वीडियो लगातार प्रसारित किया जा रहा है।
बीजेपी में जाना होता तो मैं चला जाता मुझे कोई रोक नहीं सकताः कामत
अगर मुझे जाना होता तो मैं चला जाता। मुझे कोई नहीं रोक सकता था। लेकिन फिर भी मैंने पार्टी का आगे आकर नेतृत्व किया। मैं पूरी तरह से बाहर हो गया। और अचानक चुनाव के परिणाम आते ही उन्होंने मुझे एलओपी से हटा दिया। मुझे नहीं पता कि उन्होंने ऐसा क्यों किया मैं कांग्रेस में हूं, आप मेरा प्रदर्शन देख सकते हैं। कामत ने आगे कहा, चुनाव के बाद मेरे प्रति अपमानजनक रवैये से मेरे कार्यकर्ता आपसे नाराज हैं। मुझे भी बहुत दुख हुआ। मेरे बीजेपी में शामिल होने की अफवाहें साल 2017 से ही फैल रही हैं।
ये पांच विधायक संपर्क के बाहर
गोवा में विधानसभा सत्र से पूर्व कांग्रेस की बैठक हुई जिसमें कांग्रेस के 5 विधायकों से संपर्क नहीं हो पा रहा था जिनमें दिगंबर कामत और माइकल लोबो भी शामिल थे। गोवा कांग्रेस प्रभारी दिनेश गुंडू राव ने कहा कि लोबो और कामत के अलावा, पार्टी के 3 अन्य विधायकों से भी संपर्क नहीं हो पाया था। राव ने बताया गोवा कांग्रेस के 5 विधायक, दिगंबर कामत, माइकल लोबो, डेलियाला लोबो केदार नाइक और राजेश फलदेसाई से संपर्क नहीं हो पा रहा। जबकि पांच अन्य कांग्रेस विधायक जिसमें संकल्प अमोनकर, एल्टन डी’कोस्टा, यूरी अलेमाओ, रुडोल्फ फर्नांडीस और कार्लोस अल्वारेस फरेरा प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद रहे।
दिग्विजय सिंह का बीजेपी पर तंज
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह ने महाराष्ट्र के बाद गोवा में राजनीतिक हलचल के लिए बीजेपी को जिम्मेदार बताया। दिग्विजय सिंह ने कहा, यह लोकतंत्र नहीं है, बल्कि भाजपा का ‘धन तंत्र’ है। दिग्विजय सिंह ने कहा कि इस बात की जांच करने की जरूरत है कि इनमें से कितने विधायक प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर विभाग की जांच का सामना कर रहे हैं। अगर आप इसके बारे में जानते हैं, तो आपको पता चल जाएगा कि यह लोकतंत्र नहीं है बल्कि यह बीजेपी का धनतंत्र है।