उत्तर प्रदेश की आर्थिक राजधानी नोएडा में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होने के बाद गौतम बुद्ध नगर को महानगर क्षेत्र घोषित कर दिया गया है। 1995 के आइपीएस अफसर और अलीगढ़ के मूल निवासी आलोक सिंह को नोएडा का नया पुलिस आयुक्त बनाया गया है। इस प्रणाली के तहत पुलिस आयुक्त को जिला मैजिस्ट्रेट के कुछ समेत कुल 15 अधिकार मिलेंगे। आयुक्त के अलावा दो अतिरिक्त आयुक्त और सात डीसीपी की तैनाती होगी।
गौतम बुद्ध नगर में पुलिस आयुक्त समेत 38 पद होंगे। अपर पुलिस महानिदेशक स्तर के एक पुलिस आयुक्त, डीआइजी स्तर के दो अपर पुलिस आयुक्त व एसपी स्तर के सात अधिकारी तैनात किए जाएंगे। पुलिस अधीक्षक स्तर की एक महिला अधिकारी और यातायात प्रबंधन के लिए पुलिस अधीक्षक को तैनात किया जाएगा। पुलिस एक्ट के मुताबिक 10 लाख से अधिक आबादी वाले नगरीय क्षेत्रों में पुलिस आयुक्त प्रणाली लागू होनी चाहिए। वर्तमान में नोएडा की आबादी 16 लाख से अधिक है। जबकि नोएडा व ग्रेटर नोएडा, दोनों को मिलाकर गौतम बुद्ध नगर जनपद के तहत 25 लाख की आबादी हो जाती है।
पुलिस महानिदेशक (एडीजी) स्तर के अधिकारी को पुलिस आयुक्त की जिम्मेदारी दी जाएगी। पुलिस आयुक्त एवं उपायुक्तों को जिला प्रशासन से संबंधित तमाम अधिकार मिल जाएंगे। इसमें शांति-व्यवस्था, गुंडा, गैंगस्टर, अनैतिक व्यापार, पशु क्रूरता, विस्फोटक, गैर कानूनी गतिविधि, कारागार अधिनियम-1894, सरकारी गोपनीयता अधिनियम-1923, विदेशी अधिनियम-1946, भारतीय पुलिस अधिनियम- 1861, यूपी अग्निशमन सेवा अधिनियम-1944, यूपी अग्नि निवारण एवं अग्नि सुरक्षा अधिनियम- 2005, यूपी गिरोहबंद और समाज विरोधी क्रियाकलाप निवारण अधिनियम-1986 शामिल है। हालांकि आबकारी और शस्त्र लाइसेंस की मंजूरी देने का अधिकारी अब भी जिलाधिकारी के पास ही रहेगा।
पुलिस आयुक्त की नई टीम में दो अपर पुलिस आयुक्त, दो पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआइजी) स्तर के अधिकारी होंगे। एक कानून व्यवस्था और दूसरा मुख्यालय का काम देखेगा। सात पुलिस उपायुक्त, सभी एसपी स्तर के होंगे। तीन पुलिस उपायुक्त जोन में तैनात होंगे। जबकि एक-एक उपायुक्त यातायात, मुख्यालय, अपराध, महिला अपराध से संबंधित मामले देखेगा। नौ पुलिस उपायुक्त, ये सभी अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के होंगे। इसमें एक स्टाफ ऑफिसर की जिम्मेदारी निभाएगा और तीन जोन में होंगे।
एक- एक कानून व्यवस्था, यातायात, अपराध, मुख्यालय, अभिसूचना व सुरक्षा की जिम्मेदारी निभाएंगे। 17 सहायक पुलिस आयुक्त, जो सभी पुलिस उपाधीक्षक स्तर के अधिकारी होंगे। जो दस सर्किल में तैनात होंगे। कानून व्यवस्था, यातायात, अपराध, पुलिस लाइन, लेखा व कार्यालय और दो महिला अपराध से संबंधित मामले देखेंगे। सहायक रेडियो अधिकारी व मुख्य अग्निशमन अधिकारी के एक- एक पद होंगे।

