जी-20 सम्मेलन को लेकर सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतेजाम किए जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली पुलिस में 34 पिल्लों की भर्ती हुई है। इसके अलावा, 13 और प्रशिक्षित कुत्तों को भी शामिल किया जाएगा। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इससे K9 स्क्वैड की संख्या दोगुनी होकर लगभग 100 हो जाएगी।
द इंडियन एक्सप्रेस ने सूत्रों के हवाले से बताया कि ये पिल्ले 1 साल से भी कम उम्र के हैं, जबकि भारतीय सेना की आरवीसी (रिमाउंट एंड वेटरनरी कोर) यूनिट द्वारा प्रशिक्षित कुत्ते जून तक दिल्ली पुलिस में जुड़ जाएंगे। एक अधिकारी ने कहा, “वर्तमान में हमारे पास विभिन्न आयु समूहों के K9 दस्ते में 52 कुत्ते हैं, जिनमें से नौ ट्रैकर कुत्ते हैं, तीन नशीले पदार्थों का पता लगाने के लिए हैं और 40 विस्फोटक का पता लगाने वाले कुत्ते हैं।” इसके साथ ही डॉग स्क्वायड की संख्या 99 हो गई है।
एक अधिकारी ने कहा कि 34 पिल्लों का हरियाणा के पंचकुला जिले में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के बुनियादी प्रशिक्षण केंद्र (बीटीसी) में छह महीने का प्रशिक्षण कार्यक्रम चल रहा है । प्रशिक्षण में उन्हें ट्रेनिंग दी जा रही है कि विस्फोटकों या बमों को कैसे जल्दी और कुशलता से ट्रैक किया जाए। अधिकारी ने बताया कि छह महीने बाद वे हमारे बल के डॉग स्क्वायड में शामिल होने के लिए तैयार हो जाएंगे और फिर जी-20 तैनाती के लिए उनके संचालकों को सौंप दिए जाएंगे।
जिन कुत्तों को शामिल किया गया है, उनमें जर्मन शेफर्ड, बेल्जियन मैलिनॉइस, लैब्राडोर और गोल्डन रिट्रीवर ब्रीड है। एक अन्य अधिकारी ने कहा, “सेना के 13 प्रशिक्षित कुत्ते लगभग दो साल पुराने होंगे… पिल्लों की कीमत कुल मिलाकर लगभग 20-21 लाख रुपये है जबकि प्रत्येक प्रशिक्षित कुत्ते के लिए हमने लगभग 3-4 लाख रुपये खर्च किए गए हैं।” उन्होंने कहा कि 2019 में भी 20 पिल्लों की खरीद की गई थी और उनके प्रशिक्षण के बाद उन्हें डॉग स्क्वैड में शामिल किया गया था।”
दिल्ली पुलिस के पास वर्तमान में कई जिलों के नौ पुलिस थानों में दो से सात के बैच में कुत्तों को तैनात किया गया है, जिनका मुख्यालय अपराध शाखा के मॉडल टाउन सुविधा में है।