श्रीनगर के बीएसएफ कैंप पर आतंकी हमले में शहीद ब्रजकिशोर यादव का 5 अक्टूबर (गुरुवार) को राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। एनडीआरएफ की टीम जैसे ही पार्थिव शरीर लेकर उनके पैतृक गांव कहलगांव पहुंची वैसे ही वंदे मातरम और शहीद ब्रजकिशोर ज़िंदाबाद के गगनभेदी नारे लगने लगे।
गुरुवार को उनका कहलगांव गंगानदी घाट पर 3 बजे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार कर दिया गया। मुखग्नि उनके बेटे अभिषेक यादव ने दी। इससे पूर्व बीएसएफ और जिला पुलिस के जवानों ने सलामी दी तथा मातमी धुन बजायी। इस दौरान वहां मौजूद लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर शहीद को श्रद्धांजलि दी।

मंगलवार को कश्मीर के श्रीनगर में बीएसएफ कैंप पर हुए आतंकी हमले में बहादुरी से मुकाबला करते हुए ब्रजकिशोर शहीद हो गए थे।वे सीमा सुरक्षा बल 180वीं बटालियन में एएसआई पद पर तैनात थे।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शहीद ब्रजकिशोर यादव के परिवार से गहरी संवेदना जताते हुए 11 लाख रुपए की आर्थिक मदद देने का ऐलान किया है। वहीं झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने 2 लाख रुपए नकद और परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने का वादा किया है।

बुधवार रात करीब 8 बजे पटना हवाईअड्डे पर एयर इंडिया के विमान से उनका शव लाया गया। शव को सड़क मार्ग से गुरुवार सुबह भागलपुर के रास्ते पीरपैंती के कहलगांव ले गया। जैसे ही वहां ताबूत खोला गया वैसे ही वहां का माहौल गमगीन हो गया।
कहलगांव से लेकर कहलगांव गंगाघाट तक लोगों ने जगह जगह शवयात्रा को रोककर फूल अर्पित किए। हजारों लोगों ने उनके अंतिम दर्शन किए। और “जब तक सूरज चांद रहेगा ब्रजकिशोर तुम्हारा नाम रहेगा।” “पाकिस्तान को हमारी सेना मुंह तोड़ जवाब देगी।” जैसे नारे रास्ते भर लगते रहे।

इस मौके पर भागलपुर के आयुक्त राजेश कुमार,जिलाधिकारी आदेश तितमारे, आईजी सुशील खोपड़े, डीआईजी विकास वैभव,एसएसपी मनोज कुमार और एनडीआरएफ, सीमा सुरक्षा बल के अधिकारी व जवान समेत हजारों लोगों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराते हुए अश्रुपूर्ण विदाई दी।

