पुलिस ने एफटीआईआई के निदेशक प्रशांत पथरबे के कथित ‘घेराव’ और ‘अवैध तौर पर कैद करने’ के मामले में संस्थान के 18 और छात्रों की पहचान की है और उन्हें नोटिस जारी कर 14 मार्च को अदालत में पेश होने के लिए कहा है। बहरहाल, एफटीआईआई के छात्र संघ (एफएसए) ने पुलिस की कार्रवाई को भारतीय फिल्म एवं टेलीविजन संस्थान के प्रशासन के दवाब में की गई कार्रवाई करार दिया है। इसी के साथ, इस मामले में नामजद छात्रों की संख्या 35 हो गई है जबकि 17 छात्रों की पहले पहचान की गई थी। 17 में से पांच को गिरफ्तार किया गया था, जबकि 12 को अग्रिम जमानत मिल गई थी।
डेक्कन जिमखाना के पुलिस इंस्पेक्टर प्रवीण चौगुले ने कहा कि 17 छात्रों की पहले ही पहचान कर ली गई थी और उनका नाम प्राथमिकी में दर्ज किया गया था। अब, घटना की वीडियो देखने के बाद, शिकायकर्ता (पथरबे) और चश्मदीदों ने कुछ और छात्रों की पहचान की है और उनके नामों को भी मामले में शामिल कर लिया गया है। उन्हें कल शाम नोटिस जारी किया गया था। उन्होंने कहा कि पुलिस मामले में सोमवार तक आरोप पत्र दायर करने की प्रक्रिया में है।
उन्होंने कहा कि पहचाने गए 18 छात्रों के अलावा, प्राथमिकी में जिन 12 छात्रों के नाम है और उनको गिरफ्तार नहीं किया गया था, उनसे भी अदालत में पेश होने के लिए कहा गया है। एफटीआईआई के छात्र भाजपा सदस्य और टीवी अभिनेता गजेंद्र चौहान की संस्थान के अध्यक्ष पद पर नियुक्त को लेकर पिछले साल जून से 139 दिन की हड़ताल पर थे। छात्रों ने पिछले साल 17 अगस्त को पथरबे का कथित तौर पर घेराव किया था और उन्हें उनके दफ्तर में कैद कर दिया था।