तब्लीगी जमात और कुंभ मेले के कारण कोरोनावायरस के प्रसार पर पैदा हुए विवादों के बाद धार्मिक स्थलों को खोलने की मांग मुखर तरीके से नहीं की गई लेकिन अब सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज जस्टिस कुरियन जोसेफ ने इस मामले को लेकर आवाज उठाई है। जस्टिस जोसेफ ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखते हुए कहा है कि दिल्ली में कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए धार्मिक स्थलों पर आमजनों को पूजा-पाठ की अनुमति दी जानी चाहिए।

कोरोना के मामलों में गिरावट की ओर इशारा करते हुए जस्टिस जोसफ ने कहा कि जिस तरह से कोरोना के मामलों में कमी देखी जा रही है, राजधानी में तमाम गतिविधियों के लिए अनुमति दी जा रही है, ऐसे में धार्मिक स्थलों के लिए भी पाबंदियों में ढील दी जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि जब सब कुछ खुल रहा है तो धार्मिक स्थल क्यों नहीं खोले जा सकते हैं। बकौल पूर्व जज, धार्मिक स्थल खोले जाने से लोगों को न सिर्फ अपना तनाव कम करने में मदद मिलेगी, बल्कि उन्हें सकारात्मकता व आंतरिक शक्ति भी मिलेगी, जिससे उनका आत्मविश्वास बढ़ेगा।

अपने पत्र में उन्होंने यह भी कहा कि सरकार सार्वजनिक धार्मिक स्थलों को न खोलकर वह लोगों को उनके संवैधानिक अधिकारों से भी वंचित कर रहे हैं। इसके साथ ही जस्टिस जोसफ ने कई धाराओं का उल्लेख किया, जिसमें अनुच्छेद 14 (कानून के समक्ष समानता) 19 (भाषण और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता) 21 (जीवन और स्वतंत्रता) और 25 (अभ्यास करने, मानने और प्रचार करने की स्वतंत्रता) शामिल हैं।

दिल्ली में कोरोना: अगर राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना की स्थिति पर चर्चा की जाए तो शनिवार सुबह 8 तक के आंकड़ों के अनुसार दिल्ली में कोरोना के एक्टिव मरीजों की संख्या 362 थी। शुक्रवार लगातार तीसरा दिन था जब दिल्ली में कोरोना के कारण एक भी मरीज की मौत नहीं हुई थी। वहीं दूसरी तरफ सरकार तीसरी लहर की संभावनाओं को देखते हुए लोगों से सतर्कता बरतने की सलाह दे रही है।

बताते चलें कि दिल्ली में धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति तो है, लेकिन वहां श्रद्धालुओं को जाने पर प्रतिबंध है। जन्मष्टमी के अवसर पर भी श्रद्धालुओं को घरों में रहकर की पूजा-पाठ करने की हिदायत दी गई थी। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (DDMA) ने पिछले ने रविवार को कहा था कि पुजारियों के सिवा किसी को मंदिर में जाने की अनुमति नहीं होगी। हालांकि कुछ प्रसिद्ध मंदिरों ने पूजा का लाइव प्रसारण करने का इंतजाम किया था।