महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के मुंबई और नागपुर स्थित घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की। ईडी ने धन शोधन के एक मामले की जांच के सिलसिले में पूर्व गृह मंत्री के परिसरों पर शुक्रवार को तलाशी ली। मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की ओर से लगाए गए आरोप के बाद देशमुख पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया गया था, जिसको लेकर ईडी लगातार उनसे पूछताछ कर रही है।

अधिकारियों ने बताया कि धन शोधन की रोकथाम कानून (PMLA) के प्रावधानों के तहत देशमुख के नागपुर और मुंबई में स्थित आवास पर भी छापे मारे गए। केंद्रीय जांच एजेंसी ने सीबीआई की एक प्राथमिकी का अध्ययन करने के बाद पिछले महीने 71 वर्षीय देशमुख और अन्य के खिलाफ धन शोधन की रोकथाम कानून के तहत एक आपराधिक मामला दर्ज किया था।

सीबीआई ने बंबई उच्च न्यायालय के आदेश पर मामला दायर करने के बाद प्रारंभिक जांच की थी जिसके बाद ईडी ने मामला दर्ज किया। उच्च न्यायालय ने सीबीआई को मुंबई के पूर्व पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह द्वारा देशमुख के खिलाफ लगाए रिश्वत के आरोपों की जांच के लिए कहा था।

देशमुख के घर छापेमारी से पहले ईडी की टीम शिवाजी नगर स्थित सागर भटेवार के आवास और दफ्तर समेत कम से कम तीन जगहों पर छापेमारी कर चुकी है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक भटेवार का देशमुख के साथ कुछ वित्तीय लेन-देन था। यह पता चला है कि नागपुर में देशमुख के तीन करीबी सहयोगी ईडी के रडार पर आ गए थे, जब उनके बैंक के लेन-देन ने उन्हें एनसीपी नेता और उनके परिवार से जोड़ दिया था।

गौरतलब है कि सचिन वाजे मामले में इसी साल मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को चिट्ठी लिखकर राज्य के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे। आरोपों के बाद अनिल देशमुख ने पद से इस्तीफा दे दिया था।