केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामलों के मंत्री रामविलास पासवान को पॉलिश किए हुए सेब बेचकर खान मार्केट का एक दुकानदार मुश्किल में फंस गया। दरअसल पासवान को यहां से खरीदे गए सेब कुछ ज्यादा ही चमकदार लग रहे थे। उन्हें पता चला कि इन्हें ज्यादा ताजा और चमकदार दिखाने के लिए इन पर मोम की परत चढ़ाई गई है। उन्होंने तुरंत इस मसले को उठाया और कई एजेंसियां हरकत में आ गईं। उनके मंत्रालय ने खाद्य सुरक्षा नियामक FSSAI को इस मामले में एक्शन लेने के लिए कहा।
यूं पकड़ाई करतूतः पासवान ने कहा, ‘एक प्रतिष्ठित दुकान से सेब खरीदने के बाद मैं रशियन सलाद बनाने जा रहा था, मैंने अपने कुक से सेब धोने के लिए कहा। मैंने कहा कि सभी चमकदार दिखने वाले खाद्य पदार्थों को ठीक से धोया जाए। कुक ने कहा कि कई बार धोने के बावजूद सेब चमक रहे हैं। जब उसने एक चाकू की मदद से मोम की परत निकाली तो मुझे पता चला कि बेहद महीन परत चढ़ा रखी है। इसके बाद मैंने अपने विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दी।’
दुकानदार ने दी ये सफाईः दुकानदार से बात की गई तो उसने माना कि उसने आजादपुर मंडी से मोम की परत चढ़े हुए सेब का पैकेट खरीदा था। दुकानदार ने टीओआई से बातचीत में कहा, ‘हम मोम की परत चढ़े हुए फल नहीं बेचते। जैसे ही हमें शिकायत मिली हमने उन सेबों को हटा दिया। इससे पहले कभी ऐसा मामला हमारे सामने नहीं आया, हम हमेशा अच्छे मानकों का पालन करते हैं। क्वालिटी इंस्पेक्टर नियमित अंतराल पर हमारी दुकान पर आते हैं लेकिन उन्हें कभी ऐसी शिकायत नहीं हुई।’
मंत्री ने लोगों से की अपीलः केंद्रीय मंत्री ने आम लोगों से भी सतर्क रहने और फलों-सब्जियों को धोकर ही खाने की अपील की। FSSAI के नियमों के मुताबिक मोम की परत चढ़े हुए फलों-सब्जियों को बेचने से पहले उन पर लेबल लगा होना जरूरी है। ऐसे कुछ खाद्य पदार्थ सुरक्षित होते हैं जिन्हें FSSAI द्वारा मंजूरी दी जाती है।