यूपी के मथुरा में कोहरे के कारण हुए सड़क हादसे के बाद शासन सतर्क हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए परिवहन निगम ने प्रदेश के सभी डिपो के लिए नए दिशानिर्देश जारी किए हैं। इसके तहत नोएडा और गाजियाबाद सहित कई प्रमुख मार्गों पर बस सेवाएं प्रभावित होंगी। कोहरे का सबसे अधिक असर कौशांबी और साहिबाबाद डिपो पर पड़ने वाला है। नए निर्देशों के अनुसार कौशांबी और गाजियाबाद से रातभर चलने वाली बस सेवाएं अब सीमित कर दी गई हैं। इन डिपो से बसें केवल रात नौ से दस बजे तक ही संचालित होंगी। साहिबाबाद डिपो के लिए भी यही व्यवस्था लागू की गई है।
गाजियाबाद डिपो से मेरठ और बुलंदशहर के लिए पहले जहां रात दस बजे तक बसें चलती थीं, अब वहां से भी आखिरी बस रात नौ बजे तक ही मिलेगी। पहले सुबह पांच बजे से बसों का संचालन शुरू हो जाता था, लेकिन अब कोहरे के कारण सुबह सात बजे से ही सेवाएं बहाल की जाएंगी। नोएडा डिपो से भी रात्रि सेवाओं में कटौती की गई है और अब यहां से आखिरी बस रात आठ बजे तक ही चलेगी।
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इन बदलावों के चलते लखनऊ, बरेली, बदायूं, आगरा, मेरठ, बुलंदशहर, उत्तराखंड समेत अन्य स्थानों की यात्रा करने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। कौशांबी डिपो के एआरएम अंशुल भटनागर ने बताया कि कोहरा अधिक होने की स्थिति में ऐसे फैसले अनिवार्य हो जाते हैं।
वहीं नोएडा डिपो के एआरएम रोहिताश कुमार ने कहा कि वैसे भी नोएडा से रात्रि सेवाएं सीमित हैं। पहले जहां आखिरी बस रात नौ या साढ़े नौ बजे तक चलती थी, अब वह रात आठ बजे तक ही जाएगी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यदि किसी बस में 25 से कम यात्री होंगे तो उस यात्रा को रद्द कर दिया जाएगा।
50 मीटर से कम दृश्यता में एक्सप्रेसवे पर नहीं चलेगा यातायात
यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यमुना विकास प्राधिकरण ने भी कड़ा फैसला लिया है। अब यमुना एक्सप्रेस-वे पर घने कोहरे के दौरान सफर करना संभव नहीं होगा। प्राधिकरण ने स्पष्ट किया है कि यदि दृश्यता शून्य से 50 मीटर से कम रहती है तो किसी भी वाहन को आगे बढ़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। ऐसी स्थिति में वाहनों को एक्सप्रेस-वे पर स्थित विभिन्न जनसुविधा केंद्रों पर रोक दिया जाएगा। सुप्रीम कोर्ट की सड़क सुरक्षा प्रबंधन समिति के सख्त रुख के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इस संबंध में औपचारिक दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
