चारा घोटाला मामला एक बार फिर से सुर्खियों में है। विधासभा में जारी आंकड़ों के मुताबिक बिहार सरकार ने विधानसभा में बिहार विनियोग अधिकाई व्यय विधेयक 2019 को पेश करने के दौरान एक चौंकाने वाला खुलासा किया। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने बुधवार को विधानसभा में बिहार विनियोग अधिकाई व्यय विधेयक 2019 ने बताया कि लालू यादव के शासनकाल में भैंसों की सींग की मालिश में 16 लाख रुपए खर्च किए गए।

आंकड़ों के मुताबिक 1990-91 से 1995-96 तक कुल 16 लाख रुपये में 49,950 लीटर सरसों का तेल खरीदा गया था। इतना ही नहीं होटवार दुग्ध आपूर्ति सह डेयरी फार्म के महाप्रबंधक डॉ जेनुअल भेंगराज ने वरिष्ठ अधिकारियों और शीर्ष नेताओं के साथ मिलकर इसका नकली बिल भी तैयार किया था। सुशील कुमार ने कहा कि अत्यधिक व्यय या आवश्यकता धन बजट हिसाब से लिया जाता है लेकिन लालू प्रसाद यादव की सरकार ने इसकी अनदेखी की थी।

बैलों के लिए कार इस्तेमाल: चारा घोटाले पर बनी रिपोर्ट में और भी दिलचस्प बातें निकलकर सामने आई। रिपोर्ट की फाइलों के अनुसार रांची से घाघरा तक की स्कूटर के जरिए बैलों को ले आया गया था। कैंग की रिपोर्ट के मुताबिक रांची से झींकपानी चार बैलों को कार (पंजीकरण संख्या BHV-5777) का प्रयोग किया गया था।

गौरतलब है कि चारा घोटाला अपने समय का सबसे बड़ा घोटाला माना गया था। बिहार  के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू यादव इस मामलें में जेल की सजा काट रहे हैं।