पुणे जिले के अंबेगांव तालुका में एक गन्ने के खेत में बुधवार (3 अप्रैल) सुबह 5 बजे पांच तेंदुओं की मौत हो गई। वन अधिकारियों के मुताबिक खेत में रखे कचरे में सांप होने का शक था। इसके चलते उसने कचरे में आग लगाई थी, इसी में तेंदुए के 5 बच्चे मारे गए। बताया जा रहा है कि ये बच्चे मात्र 10 दिन के थे। अधिकारियों ने बताया कि किसान को शक था कि कचरे में एक सांप है इसलिए उसने उसे जलाने का फैसला किया। बता दें गन्ने की कटाई के दौरान आमतौर पर खेतों को जलाया जाता है। वन अधिकारियों का ऐसा मानना है कि इन तेंदुओं के बच्चों की मां उनके लिए खाना लेने गई थी, इस दौरान वह बच्चों को गन्ने के खेत में ही छोड़ कर चली गई होंगी।
अंबेगांव रेंज के फॉरेस्ट अफसर प्रजोत पाल्वे ने कहा कि सावधानी के तौर पर कुछ लोगों को रात में गश्त लगाने के लिए तैनात किया गया है क्योंकि उन्हें शक है कि अपने बच्चों की तलाश में बच्चों की मां हिंसक हो सकती है।
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काम पर वापस जाने से डर रहे लोगः वन अधिकारियों ने बताया कि खेत में काम करने वाले किसान वापस खेत में जाने से डर रहे हैं। उन्हें डर है कि तेंदुओं की मां उन पर हमला कर सकती है। वन अधिकारियों ने बताया कि गन्ने के खेतों में मादा तेंदुए अपने बच्चों को आमतौर पर जन्म देती है उसके बाद जब वे बड़े हो जाते हैं तो उन्हें छोड़कर चली जाती हैं। अधिकारियों ने बताया कि अगर समय से गन्नों की फसल की कटाई शुरू की जाती है तो इस दौरान खेतों में पराली जलाए जाने के दौरान उनकी मौत की संभावना बढ़ जाती है। बता दें इसी साल मार्च में दो तेंदुए के बच्चों को बचाया गया था।
