हरियाणा पुलिस ने पंजाब के पूर्व डीजपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे की मौत के सिलसिले में उनके और उनकी पत्नी रजिया सुल्ताना सहित चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। मुस्तफा की पत्नी रजिया सुल्ताना पंजाब की पूर्व मंत्री हैं। चारों व्यक्तियों के खिलाफ हत्या और आपराधिक साजिश के आरोपों में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103(1) और 61 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।
मुस्तफा और पंजाब की पूर्व मंत्री सुल्ताना के 35 साल के बेटे अकील अख्तर की गुरुवार को हरियाणा के पंचकूला में मौत हो गई थी। शमशुद्दीन नाम के एक व्यक्ति द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के मुताबिक, अख्तर की मौत ‘संदिग्ध परिस्थितियों में हुई। पंचकूला पुलिस ने मंगलवार को कहा कि मुस्तफा, सुल्ताना और अख्तर की बहन पर मुकदमा दर्ज किया गया है। पंचकूला की पुलिस डीसीपी सृष्टि गुप्ता के अनुसार, 16 अक्टूबर को पंचकूला के सेक्टर-4, एमडीसी निवासी अख्तर अपने घर पर मृत पाए गए। परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी और उनका बयान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि शुरुआत में किसी साजिश का संदेह नहीं था और पोस्टमार्टम के बाद शव अंतिम संस्कार के लिए परिवार को सौंप दिया गया।
अख्तर ने अपनी मौत से पहले बनाए थे वीडियो
डीसीपी ने कहा कि इसके बाद कुछ सोशल मीडिया पोस्ट और वीडियो सामने आए, जो कथित तौर पर अख्तर ने अपनी मौत से पहले बनाए थे। इन वीडियो में अख्तर ने व्यक्तिगत विवाद और अपनी जान को खतरे की आशंकाओं का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा, “17 अक्टूबर को पंजाब के मलेरकोटला के रहने वाले शमशुद्दीन से एक शिकायत मिली। इसमें घटना में साजिश का आरोप लगाया गया है।’’
डीसीपी ने कहा कि शिकायत और सोशल मीडिया पोस्ट की सामग्री के मद्देनजर, “पंचकूला के एमडीसी पुलिस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 103 (1), 61 के तहत 20 अक्टूबर को एक एफआईआर दर्ज की गई है।” डीसीपी ने बताया कि मामले की जांच के लिए एसीपी लेवल के एक अधिकारी की निगरानी में एक एसआईटी का गठन किया गया है। उन्होंने बताया कि एसआईटी मामले से जुड़े सभी पहलुओं की गहन और वैज्ञानिक जांच करेगी।
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मृतक और उसके परिवार के बीच असंतोष पनप रहा था- शिकायतकर्ता
पुलिस के बयान में कहा गया है, ‘‘यह दोहराया जाता है कि जांच खुले दिमाग से और बिना किसी पूर्वाग्रह के की जाएगी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी दोषी बख्शा न जाए और कोई भी निर्दोष व्यक्ति पीड़ित न हो। पंचकूला पुलिस इस मामले में पारदर्शिता और न्याय बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध है।” इस बीच, मामले की तत्काल जांच की मांग करते हुए शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि मृतक और उसके परिवार के बीच असंतोष पनप रहा था। शिकायतकर्ता ने कहा कि अख्तर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था, जिसमें उसने पारिवारिक मामलों से जुड़े गंभीर आरोप लगाए थे। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसने स्पष्ट रूप से अपनी जान को खतरा होने की आशंका जताई थी।
(भाषा से प्राप्त इनपुट्स के साथ)