एक अफवाह किसी भी क्षेत्र में किस तरह की अव्यवस्था फैला सकती है ऐसा हाल में मध्यप्रदेश में राजगढ़ के चाटूखेड़ा गांव में देखने को मिला। वास्तव में यहां पर परियों के हाथ का पानी पीने की अफवाह फैली और पूरे इलाके में कोरोना गाइडलाइन की धज्जियां उड़ाते हुए भीड़ जमा हो गई। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। आखिर परियों के हाथ का पानी पीने का वाकिया है क्या? आइए आपको भी बताते हैं।

वास्तव में चाटूखेड़ा गांव में एक अफवाह आग की तरह फैल गई कि दो महिलाओं के शरीर में देव परियां समाहित हो गई हैं। फिर क्या था पूरा गांव चाटूखेड़ा मंदिर परिसर में आ पहुंचा। कहा जा रहा है कि इन महिलाओं के हाथ से पानी पीने से कोरोना वायरस छू भी नहीं सकेगा और जिन लोगों को कोरोना हो गया है वो पूरी जरह से ठीक हो जाएंगे। जब इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो डीएम ने सख्त आदेश देते हुए पुलिस को दोषियों के खिलाफ मामला दर्ज करने को कहा।

इस मामले में पुलिस की ओर से अंधविश्वास फैलाने के आरोप में दो महिलाओं और दो पुरुषों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इसके अलावा प्रदेश के शाजापुर में भी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ने की वीडियो और फोटो सामने आई थी। अनलॉक के पहले ही लोगों में ना तो डिस्टेंसिंग देखी गई ना ही मास्क के प्रति जागरूकता देखने को मिली।


क्षेत्र के बीज केंद्र पर सोयाबीन का बीज खरीदने के लिए किसानों की भीड़ जुट गई थी। सुबह 6 बजे से जो केंद्र में लोगों का आना शुरू हुआ वो घंटों तक जारी रहा। जबकि केंद्र में बीज का डिस्ट्रीब्यूशन सुबह 11 बजे के बाद शुरू हुआ था।

अगर मध्यप्रदेश के कोविड के आंकड़ों की बात करें तो बुधवार को प्रदेश में 35 जिले ऐसे हैं जहां कोरोना के नए मामले 10 ज्यादा नहीं आ रहे हैं। प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार 97.13 फीसदी इंप्रूवमेंट देखने को मिली है।

1 जून को प्रदेश का रिकवरी रेट 96.30 फीसदी था। वहीं प्रदेश में इंफेक्शन रेट 1 फीसदी से कम हो गया है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार 1 जून को प्रदेश में इंफेक्शन रेट 1.59 फीसदी देखने को मिला था। 1 जून में 20 हजार एक्टिव केसों के मुकाबले आज सिर्फ 14,186 एक्टिव केस हो गए हैं।