जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ जवानों पर हुए फिदायीन हमले में घायल हुए कई जवानों ने आंखों देखी दास्तां बयां की है। उन्होंने बताया कि आतंकी ने हमले के लिए 2 कोशिश की थीं, लेकिन पहली बार में वह सफल नहीं हो पाया। इसके बाद उसने दूसरी बार में बस में सीधी टक्कर मार दी। बता दें कि इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।

यह था आतंकी का मंसूबा : सीआरपीएफ के एक जवान का कहना है कि जैश-ए-मोहम्मद का आतंकी 2 बसों को एक साथ उड़ाने की फिराक में था। इसके लिए उसने काफिले में चल रही 78 बसों के बीच में भरी अपनी गाड़ी घुसाने की कोशिश की थी। हालांकि, उस दौरान रोड ओपनिंग पार्टी के जवानों ने उसके प्रयास को असफल कर दिया। उस वक्त जवानों को यह एहसास नहीं हुआ कि इस गाड़ी में विस्फोटक हैं। इसके बाद आतंकी ने काफिले की 5वीं बस में अपनी गाड़ी से सीधी टक्कर मार दी।

राजनाथ सिंह को भी सुनाई दास्तां : गृह मंत्री राजनाथ सिंह शुक्रवार को अस्पताल में भर्ती घायल जवानों के हाल-चाल जानने पहुंचे थे। उन्होंने हमले के चश्मदीद जवान और अधिकारियों से बातचीत की। राजनाथ सिंह ने जवान से पूछा- क्या आपने हमलावर की गाड़ी देखी थी? जवान ने जवाब दिया – धमाके से पहले काफिला थोड़ा स्लो हो गया था। उस वक्त एक गाड़ी दाईं तरफ से आई तो रोड ओपनिंग पार्टी की बस आगे बढ़ गई। ऐसे में आतंकी अपनी गाड़ी को दोनों बसों के बीच नहीं घुसा पाया।

ट्रकों की वजह से धीमा हो गया था काफिला : जवान ने बताया कि सीआरपीएफ के काफिले के आगे ट्रक भी हाइवे से गुजर रहे थे। उन्हें साइड किया जा रहा था, जिसके चलते काफिले की रफ्तार काफी धीमी हो गई थी और आतंकी ने इसका फायदा उठा लिया। ऐसे में सरकार ने अब फैसला किया है कि जवानों का काफिला गुजरने के दौरान उस रास्ते पर आम वाहनों की आवाजाही रोक दी जाएगी।

IED नहीं, 80 किलो आरडीएक्स हुआ इस्तेमाल : अफसरों का मानना है कि सीआरपीएफ के काफिले पर करीब 80 किलो हाई-ग्रेड आरडीएक्स से हमला किया गया। बस के बचे हुए हिस्सों को देखकर पता चलता है कि इस हमले में आईईडी का इस्तेमाल नहीं किया गया।

काफिले के साथ-साथ चल रहा था आतंकी : सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि इस काफिले में 78 वाहन एक साथ चल रहे थे। इनमें 16 बुलेट प्रूफ बंकर भी शामिल थे। आतंकी हाइवे पर काकापोरा-लेलहर की तरफ से आया था और काफिले के साथ ही चल रहा था। उसने काफिले की 5वीं बस में अपनी गाड़ी से टक्कर मार दी, जिसमें सवार 39 जवान शहीद हो गए। इनके अलावा रोड ओपनिंग पार्टी का एक जवान भी शहीद हुआ।