उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के लिए भाजपा ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसके तहत भाजपा बौद्ध महंतों की ओर से निकाली जा रही यात्रा पर भरोसा जता रही है। यह यात्रा छह महीने तक चलेगी और यूपी के दलित-ओबीसी बहुल इलाकों से गुजरेगी। इस यात्रा के जरिए भाजपा पीएम नरेंद्र मोदी की गरीबों और पिछड़ों के लिए शुरू की गई योजनाओं के लिए समर्थन मांगेगी। अगले साल होने वाले चुनावों में भाजपा के लिए सम्मान दांव पर होगा। दो साल पहले हुए आम चुनावों में भाजपा ने यहां पर 80 में से 72 सीटें जीती थी। पार्टी गैर यादव और दलित मतों पर नजर टिकाए हुए हैं। इनके जरिए वह सत्ता में आना चाहती है।
24 अप्रैल को सारनाथ से ‘धम्म चेतना यात्रा’ शुरू हुई और 14 अक्टूबर को लखनऊ में समाप्त होगी। संभावना है कि यात्रा समाप्ति पर पीएम मोदी सभा को संबोधित कर सकते हैं। इस यात्रा का नेतृत्व अखिल भारतीय भीक्कू महासंघ के धम्म विरियो महाथेरा कर रहे हैं। कहा जा रहा है कि यह यात्रा लोगों को बौद्ध धर्म और भीमराव अंबेडकर के बारे में बताने के लिए निकाली गई है। लेकिन भाजपा में मौजूद सूत्रों ने बताया कि पार्टी इस यात्रा के जरिए पीएम मोदी दलितों के प्रति संदेश और अंबेडकर को लेकर उनके विचारों को पहुंचाना चाहती है।
यात्रा में 70-80 बौद्ध भिक्षु और अनुयायी शामिल है। इनके साथ मोदी के महंतों और दलितों से बात करने व मठों में जाने की बड़ी-बड़ी तस्वीरें लगी हुई है। पार्टी महासचिव अरुण सिंह ने यात्रा से पहले धम्म विरियो महाथेरा के साथ कई बैठकें कीं। यात्रा में पार्टी के रोल पर अरुण सिंह ने कहा, ”जो कुछ भी मानव कल्याण के लिए किया जाता है भाजपा उसका समर्थन करती है।” धम्म विरियो महाथेरा ने अंबेडकर की 125वीं जयंती के मौके पर महू में कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी के साथ मंच भी साझा किया था। अभी तक की यात्रा के बारे में भाजपा सूत्रों ने बताया, ”यह प्रत्येक बुद्ध विहार पर रूक रही है और वहां इकट्ठा होने वाले लोगों से धम्म विरियो महाथेरा बात कर रहे हैं। वे मोदी के गरीबों से प्यार के बारे में बात करते हैं।’
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अंदरूनी जानकारी के अनुसार धम्म विरियो महाथेरा रोजाना 5000-7000 लोगों को संबोधित कर रहे हैं। इनमें से अधिकांश दलित और ओबीसी होते हैं। यात्रा के समाप्त होने तक वे 45-50 लाख लोगों को संबोधित कर चुके होंगे। खबरों के अनुसार जहां भी धम्म विरियो महाथेरा रूकते हैं वहां वे एक टीवी दान करते हैं। इसमें मोदी के वीडियो चलाए जाते हैं। भाजपा को उम्मीद है कि धम्म विरियो महाथेरा की यात्रा से वह दलित वोटों को अपने पाले में करने में सफल रहेगी। कुछ पिछड़ी जातियों जैसे मोर्य भी बौद्ध अनुयायी है और भाजपा उन्हें भी अपने साथ लेना चाहती है। यूपी चुनावों की तैयारियों में जुटे एक भाजपा नेता ने कहा,”धम्म विरियो महाथेरा लोगों को बताते हैं कि मायावती ने किस तरह से दलितों को वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया लेकिन उनके लिए कुछ नहीं किया। अंबेडकर की 125वीं जयंती पर वह महू भी नहीं गईं।”
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