Delhi Excise Policy Case: हैदराबाद की एक अदालत ने बुधवार को भाजपा नेताओं परवेश वर्मा और मनजिंदर एस सिरसा को नोटिस जारी किया और उन्हें टीआरएस की एमएलसी के. कविता के खिलाफ मीडिया में कोई मानहानि वाला बयान नहीं देने का निर्देश दिया। इस मामले में 13 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। इसके पहले, भाजपा नेताओं ने तेलंगाना के सीएम के. चंद्रशेखर राव की पुत्री पर आरोप लगाया था कि दिल्ली आबकारी नीति मामले में के. कविता की अहम भूमिका है।

भाजपा नेताओं के आरोप के बाद के. कविता ने भाजपा सांसद परवेश वर्मा और पूर्व विधायक मनजिंदर सिंह सिरसा के खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की चेतावनी दी थी। उन्होंने भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए कहा था कि केंद्र के पास सारी एजेंसियां हैं और वे चाहें तो इसकी जांच करा सकते हैं। कविता ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि वे (भाजपा) उनके पिता की लोकप्रियता से घबराए हुए हैं।

कविता ने कहा कि वे (केसीआर) भाजपा सरकार के कठोर आलोचक रहे हैं और उनके खिलाफ लगातार बोलते रहे हैं। टीआरएस एमएलएसी ने कहा, “भाजपा के लोग शायद यह भूल रहे हैं कि हम लड़ने वाले लोग हैं, हमने तेलंगाना के लिए लड़ाई लड़ी है और हम इस लड़ाई में भी पीछे नहीं हटेंगे।”

भाजपा नेताओं ने आरोप लगाया था कि केजरीवाल सरकार की नई शराब नीति के तहत कमीशन को बढ़ाकर 2.5 से 12 फीसदी करने के लिए डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को रिश्वत दी गई थी। साथ ही भाजपा ने आरोप लगाया था कि इसकी पहली किस्त भी उनको दी जा चुकी थी। भाजपा ने आरोप लगाया था कि मनीष सिसोदिया को 150 करोड़ रु की रिश्वत दी गई थी।

सीबीआई ने सिसोदिया समेत 15 के खिलाफ दर्ज किया है केस

दिल्ली शराब नीति मामले में सीबीआई ने डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया समेत 15 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस मामले में जांच एजेंसी ने सिसोदिया के आवास पर छापेमारी भी की थी, जिसके बाद से भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है।