Lok Sabha Election 2019 में इन दिनों 1984 के सिख विरोधी दंगों पर सियासत तेज है। अब इसमें उत्तर प्रदेश के डीजीपी पूर्व सुलखान सिंह भी कूद पड़े हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सिंह ने अपने फेसबुक वॉल पर इन दंगों को पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के आदेश पर किया गया नरसंहार बताया। उन्होंने अपनी पोस्ट में कई कांग्रेस कार्यकर्ताओं का जिक्र किया है।

‘जनता का गुस्सा होता तो तुरंत फूटता’: पोस्ट में लिखा गया, ‘1984 में सिखों के खिलाफ हुई मारकाट कोई दंगा नहीं था। दंगा दोनों तरफ से मारकाट कहते हैं। यह राजीव गांधी के आदेश पर उनके चुने हुए विश्वास पात्र कांग्रेसी नेताओं द्वारा खुद किया गया नरसंहार था।’

सोशल मीडिया पर आया सुलखान सिंह का बयान (@Sulkhan Singh)

उन्होंने कहा, ‘इंदिरा गांधी की हत्या के दिन 31 अक्टूबर 1984 के दिन मैं पंजाब मेल से लखनऊ से वाराणसी जा रहा था। अमेठी में बता चला कि इंदिराजी को गोली मार दी गई। अगले दिन सुबह वाराणसी पहुंचने तक भी कुछ नहीं हुआ। उसके बाद योजनाबद्ध तरीके से घटनाएं हुईं। यह अगर जनता का गुस्सा होता तो तुरंत शुरू हो जाता। यह योजना बनाकर किया गया नरसंहार था।’

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सुलखान ने सिंह किया इन नेताओं का जिक्रः उन्होंने अपनी पोस्ट में जगदीश टाइटलर, माकन, सज्जन कुमार और मध्य प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री कमल नाथ का भी जिक्र किया है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में बीजेपी और शिरोमणि अकाली दल की तरफ से राजीव गांधी को सबसे बड़ा मॉब लिंचर कह दिया था। वहीं राहुल गांधी के करीबी कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने 1984 के दंगों पर कहा था, ‘हुआ तो हुआ।’ इसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस को जमकर निशाने पर लिया। वहीं इस बयान से नाराज राहुल गांधी ने पित्रोदा से माफी मांगने के लिए भी कहा था। इस मसले को लेकर लगातार सियासत तेज होती जा रही है। बयानों का सिलसिला जारी है।