प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार (19 अक्टूबर) को कहा कि पहले अंग्रेजी के ज्ञान को बौद्धिक होने की निशानी माना जाता था, मगर ये केवल संवाद का जरिया है। पीएम मोदी ने गांधीनगर जिले के अडलाज शहर में गुजरात सरकार के ‘मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस’ पहल की शुरुआत के दौरान यह बात कही।
पीएम मोदी ने स्थानीय भाषाओं के इस्तेमाल की वकालत करते हुए कहा कि अंग्रेजी के ज्ञान को बौद्धिक होने की निशानी के रूप में माना जाता था, जबकि अंग्रेजी भाषा केवल संवाद का एक माध्यम है। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘5जी सेवा स्मार्ट सुविधाओं, स्मार्ट क्लासरूम और स्मार्ट शिक्षण से आगे जाएगी। यह हमारी शिक्षा प्रणाली को अगले स्तर पर ले जाएगी।’’ उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू की गई 5G दूरसंचार सेवा देश में शिक्षा प्रणाली को अगले स्तर तक ले जाएगी।
भारतीय भाषाओं में पाठ्यक्रम बनाने की कोशिश: गुजरात में प्रधानमंत्री ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति गुलामी की मानसिकता से देश को बाहर निकालकर टैलेंट को, इनोवेशन को निखारने का प्रयास है। उन्होंने कहा, “भारतीय भाषाओं में भी साइंस की, टेक्नोलॉजी की, मेडिकल की पढ़ाई का विकल्प अब विद्यार्थियों को मिलना शुरू हो गया है। गुजराती सहित अनेक भारतीय भाषाओं में पाठ्यक्रम बनाने के लिए प्रयास चल रहे हैं।”
पीएम मोदी ने कहा, “गुजरात का मुख्यमंत्री रहते हुए मैंने गांव-गांव जाकर, सभी लोगों से अपनी बेटियों को स्कूल भेजने का आग्रह किया था। परिणाम ये हुआ है कि आज गुजरात में करीब-करीब हर बेटा-बेटी स्कूल पहुंचने लगा है, स्कूल के बाद कॉलेज जाने लगा है।”
देश में बनेंगे 14 हजार से ज्यादा ‘पीएम श्री’ स्कूल: प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि केंद्र सरकार ने पूरे देश में साढ़े 14 हजार से अधिक ‘पीएम श्री’ स्कूल बनाने का फैसला किया है। ये स्कूल पूरे देश में नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी के लिए मॉडल स्कूल होंगे। मिशन स्कूल ऑफ एक्सीलेंस के तहत स्कूलों में 50,000 नए क्लासरूम, 1 लाख से अधिक स्मार्ट क्लासरूम को आधुनिक रूप में विकसित किया जाएगा।
उन्होंने कहा, “हमने इंटरनेट की फर्स्ट G से लेकर 4G तक की सेवाओं का उपयोग किया है। अब देश में 5G बड़ा बदलाव लाने वाला है। आज 5G, स्मार्ट सुविधाएं, स्मार्ट क्लासरूम, स्मार्ट टीचिंग से आगे बढ़कर हमारी शिक्षा व्यवस्था को अगले स्तर पर ले जाएगा। अब वर्चुअल रिएलिटी, इंटरनेट ऑफ थिंग्स की ताकत को भी स्कूलों में अनुभव किया जा सकेगा।”