लखीमपुर खीरी के बाद बीजेपी के खिलाफ किसानों का गुस्सा बढ़ता ही दिख रहा है। हरियाणा के ऐलनाबाद में जब बीजेपी उम्मीदवार एक गुरुद्वारे पहुंचे तो उन्हें वहां से जबरन निकाल दिया। इस दौरान बताया जाता है कि किसानों ने धक्के भी मारे हैं।
हरियाणा के ऐलनाबाद सीट पर हो रहे उपचुनाव के लिए बीजेपी ने गोविंद कांडा को मैदान में उतारा है। गोविंद कांडा, सिरसा के विधायक और पूर्व मंत्री गोपाल कांडा के भाई हैं। गोविंद हाल ही में बीजेपी में शामिल हुए थे। टिकट मिलने के बाद गोविंद ऐलनाबाद में काफी सक्रिय भी दिख रहे हैं, लेकिन यहां उनकी मुश्किल विपक्ष से ज्यादा किसान हैं।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने एक रणनीति के तहत बीजेपी के नेताओं और उनके कार्यक्रमों का विरोध करना जारी रखा है। गोविंद कांडा भी यहां इसी का सामना कर रहे हैं। गोविंद के कार्यक्रम से पहले ही वहां किसान पहुंचे जाते हैं और उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने लगते हैं। गोविंद कांडा के चुनावी कार्यालय के सामने भी किसान लगातार विरोध कर रहे हैं।
#Haryana: BJP leader faces Farmers' wrath as farmers kicked out #BJP leader Jasvir Chahal in Sirsa's Ellenabad area. He was not allowed to attend a programme there. The farmers raised slogans against the BJP-JJP government. pic.twitter.com/UlPoIMyBLZ
— Subodh Kumar (@kumarsubodh_) October 9, 2021
यही हुआ जब शनिवार को गोविंद कांडा अपने चुनाव प्रचार में जुटे थे। चुनाव प्रचार के दौरान वो एक गुरुद्वारे में मत्था टेकने के लिए चले गए। जहां किसानों ने उनका भारी विरोध किया। गोविंद को किसानों ने गुरुद्वारे से बाहर निकाल दिया। इनके साथ मौजूद एक बीजेपी नेता जसवीर सिंह चहल को बुरी तरह से धक्का भी मारा गया। किसानों के विरोध को देखते हुए गोविंद कांडा के साथ मौजूद निजी सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें वहां से निकाल कर चले गए।
हरियाणा में बीजेपी सरकार और किसानों के बीच लगातार तनातनी चल रही है। सीएम खट्टर से लेकर उनके मंत्री तक किसानों के खिलाफ तीखी टिपप्णी कर चुके हैं। शायद इससे किसान और भड़के हुए हैं और इस उपचुनाव में बीजेपी का जमकर विरोध कर रहे हैं।
इससे पहले भी किसानों की रणनीति रही है कि बीजेपी-जेजेपी के नेताओं का कोई भी कार्यक्रम नहीं होने दिया जाए। सीएम खट्टर से लेकर कई मंत्रियों को कार्यक्रम के दौरान इनका विरोध झेलना पड़ा है। कई बार तो इस दौरान पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हो चुकी है।