UP Energy Minister AK Sharma: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने शनिवार को माना कि राज्य की बिजली व्यवस्था ठीक नहीं है। इस दौरान उन्होंने राज्य में बिजली के निजीकरण को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि जितनी अच्छी व्यवस्था बिजली की होनी चाहिए उतनी नहीं है। मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि बिजली विभाग का निजीकरण जनता के हित में है।
विंध्याचल में मीडिया कर्मियों से बातचीत के दौरान एके शर्मा ने कहा कि वर्तमान में 24 घंटे बिजली आपूर्ति, बिलिंग और कर्मचारियों का व्यवहार जनता के प्रति उचित नहीं है। उन्होंने स्पष्ट किया कि बिजली विभाग के कर्मचारी निजीकरण का विरोध नहीं कर रहे हैं। कुछ नेता अपनी राजनीति चमकाने के लिए विरोध कर रहे हैं।
एके शर्मा ने निजीकरण के फायदे गिनाते हुए सड़क और एयरपोर्ट का उदाहरण दिया। उन्होंने टेलीफोन सेवाओं का भी जिक्र किया। कहा कि पहले फोन कनेक्शन के लिए लंबी लाइन लगती थी। आज जब चाहें तब कनेक्शन मिल जाता है।
मंत्री ने बताया कि बिजली विभाग के निजीकरण पर मंथन चल रहा है। इससे जनता को निर्बाध बिजली आपूर्ति के साथ कई समस्याओं का समाधान मिलेगा। विंध्याचल में मां विंध्यवासिनी के दर्शन-पूजन के बाद अष्टभुजा डॉक बंगले में उन्होंने मीडिया से यह बातचीत की।
पत्रकारों के सवाल पर ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि आपने देखा होगा कि पहले सरकार रोड बनाती थी। एयरपोर्ट चलाती थी। उस समय के रोड और एयरपोर्ट कैसे थे। जब निजीकरण हुआ, तो आज के एयरपोर्ट और हाईवे देख लीजिए। यही नहीं टेलीफोन में पहले कनेक्शन लेने के लिए वर्षों लाइन लगती थी।
निजीकरण हुआ, तो तेजी से मिलने लगा। आज हर आदमी के हाथ में मोबाइल है। निजीकरण के बहुत फायदे हैं। आगे जैसा होगा, आप सबको जानकारी दी जाएगी।
उन्होंने कहा मां विंध्यवासिनी की मेरे और मेरे परिवार पर असीम कृपा है। माता-पिता परिवार के साथ के अलावा विद्यार्थी जीवन में प्रयागराज विश्वविद्यालय में पढ़ता था। तब से मां के दरबार में आने का सौभाग्य मिल रहा है। राजनीति में एमएलसी बनने के बाद भी आया था। जब भी समय मिलता है, आता रहता हूं। बहुत खुशी हो रही है। मां विंध्यवासिनी धाम दिव्य भव्य बन रहा है। वहीं, यहां यह भी जानने की कोशिश करते हैं कि योगी सरकार में कितने अपराधी मारे गए और कितने हुए घायल? पढ़ें…पूरी खबर।