बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के एक करीबी नेता के ठिकानों पर प्रवर्तन निदेशालय (ED) की छापेमारी चल रही है। आरजेडी नेता और लालू प्रसाद यादव के करीबी सुभाष यादव के कई ठिकानों पर ईडी छापेमारी कर रही है। रेत माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में ये छापेमारी चल रही है। बता दें कि सुभाष यादव के खिलाफ बिहार में कुल 14 मुकदमे दर्ज हैं और उन पर लालू, राबड़ी देवी और उनके करीबियों को फ्लैट और जमीन देने के आरोप लगाते रहे हैं।

पूर्व विधायक हैं सुभाष यादव

सुभाष यादव आरजेडी के टिकट पर पूर्व विधायक भी निर्वाचित हो चुके हैं और 2019 के लोकसभा चुनाव में झारखंड के चतारा से उम्मीदवार भी थे। हालांकि वह चुनाव हार गए थे। सुभाष यादव का राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से पारिवारिक रिश्ता नहीं है लेकिन वह उनके काफी करीबी हैं।

सुभाष यादव पटना जिले के शाहपुर क्षेत्र के हेतनपुर गांव निवासी हैं। उनकी उम्र 52 साल है। सुभाष यादव की ब्रॉडसन कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी भी है। यह कंपनी काफी समय से ईडी के रडार पर थी। बता दें कि ईडी के रडार पर कई नेता हैं और आनेवाले दिनों में छापेमारी बढ़ सकती है।

आरजेडी एमएलसी विनोद जायसवाल के ठिकानों पर IT की छापेमारी

केवल सुभाष यादव ही नहीं बल्कि आरजेडी एमएलसी विनोद जायसवाल के ठिकानों पर आयकर विभाग (Income Tax) ने 6 घंटे से अधिक समय तक छापेमारी की। इस दौरान आयकर विभाग के अधिकारियों ने बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किया हैं। जिन दस्तावेजों को जब्त किया गया है, उनमें जमीन जायदाद से जुड़े निवेश के कागजात भी शामिल है।

विनोद जायसवाल ने टैक्स से जुड़े मामलों में गड़बड़ी की

बताया जा रहा है कि विनोद जायसवाल ने टैक्स से जुड़े मामलों में गड़बड़ी की है। इससे जुड़े कुछ कागजात भी बरामद हुए हैं। हालांकि सभी मामलों की जांच हो रही है। अभी तक आईटी विभाग ने कोई बयान नहीं दिया है, लेकिन जांच के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। विनोद जायसवाल के कोलकाता स्थित 6 से अधिक ठिकानों पर पिछले तीन दिनों से छापेमारी जारी है।