ED Action on Mukhtar Ansari: उत्तर प्रदेश के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी के मऊ से लेकर दिल्ली तक उनके करीबियों के यहां ईडी ने गुरुवार (18 अगस्त) को छापेमारी की। इस छापेमारी में मनी लॉन्ड्रिंग ईडी ने मुख्तार अंसारी के गाजीपुर स्थित पैतृक आवास के साथ 11 ठिकानों और उनके 3 करीबियों के आवास पर छापेमारी की मुख्तार अंसारी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक अब्बास अंसारी के पिता हैं। इस पूरे मामले को लेकर जब सुहेलदेव पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर से बातचीत की गई तो उन्होंने इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बताया। और क्या कुछ बोले ओम प्रकाश आइए आपको बताते हैं।
ओम प्रकाश राजभर ने यूपी तक वेब पोर्टल से बातचीत करते हुए बताया, ‘मुख्तार अंसारी पर ईडी की कार्रवाई राजनीति से प्रेरित है। अगर ये राजनीति से प्रेरित नहीं होती तो ईडी ऐसी कार्रवाई विपक्ष के नेताओं पर ही क्यों करती है? सत्ता पक्ष के नेताओं पर ईडी, सीबीआई की कार्रवाई क्यों नहीं होती है? कांग्रेस के जमाने में भी मैंने देखा था कि सुप्रीम कोर्ट ने कमेंट किया था सीबीआई को कि वो जियउवा (पालतू) तोता है।’
सबकी जांच होती तो सरकार की नीयत पर सवाल नहीं उठता
राजभर ने आगे कहा, ‘अगर ईडी और सीबीआई की ये कार्रवाईयां सभी लोगों पर होती उन इलाकों में जिनके पास आय से अधिक संपत्ति होती तो फिर सरकार की मंशा पर कोई सवाल नहीं उठता लेकिन ये कार्रवाई जो मुख्तार अंसारी पर हो रही है वो राजनीति से प्रेरित है।’ वहीं जब राजभर से ये पूछा गया कि उनके विधायक अब्बास अंसारी हैं उनके खिलाफ लखनऊ कोर्ट से एनबीडब्ल्यू जारी किया गया और मुख्तार अंसारी पर ईडी की कार्रवाई हो रही है बीजेपी कहती है कानून अपना काम कर रहा है जांच एजेंसियां अपनी जांच कर रही हैं तो उसमें परेशान क्यों हो रही है?
MP-MLA कोर्ट ने कहा है अब्बास अंसारी फरार नहीं है
राजभर ने इस सवाल के जवाब में कहा, ‘परेशान कौन है अब्बास अंसारी को एमपी-एमएलए कोर्ट ने कहा है कि वो फरार नहीं है, वो हमारे यहां अपने वकील के साथ जमानत के लिए हाजिर हुआ था उसको बेल नहीं दी गई तो वो अपनी जमानत के लिए कानूनी प्रक्रिया में लगा हुआ है और पुलिस को कहा कि जहां वो रहते हों उन्हें 25 अगस्त तक नोटिस देकर हाजिर करो। अब पुलिस इस नोटिस को वहां लेकर जा रही है जहां खुद उन्होंने ही कमरा सील किया हुआ है, जिसमें कोई अंदर नहीं रहता है वहीं ले जाकर नोटिस चिपका दिया। जब इस बात की जानकारी अब्बास तक जाएगी तभी तो वो कोर्ट जाएगा।’